Business in the mountains : कुल्लू की तीर्थन घाटी इन दिनों पर्यटकों की पसंद बनी हुई है। ऐसे में अब यहां दूर दूर से होम स्टे में रुकने के लिए सैलानी पहुंच रहे है। तीर्थन घाटी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अब ग्रामीणों के द्वारा भी यहां पर्यटन कारोबार से जुड़ कर हिमाचल की संस्कृति को बढ़ावा दिया जा रहा है।
तीर्थन घाटी में रहने वाले दंपति द्वारा यहां हिमाचल की संस्कृति को बढ़ाव देने के लिए काम किया जा रहा है। यहां होते स्टे के कमरों को पारंपरिक लुक दिया गया है। जहां दीवारों पर पुराने समय की तरह ही मड़ प्लास्टर किया गया है। ऐसे में लकड़ी, पत्थर और मिट्टी से बनाए मानकों में रुकने के लिए यहां सैलानी भी दूर दूर से पहुंच रहे है।
अध्यापिका की नौकरी छोड़कर चला रही हैं होम स्टे
संपदा भारती ने बताया कि उन्होंने स्कूल अध्यापिका की नौकरी छोड़ कर इस होम स्टे की शुरुआत की है। ऐसी में यहां आने वाले सैलानियों को न सिर्फ हिमाचल के पुराने मकानों में रहने का अनुभव मिल रहा है, साथ ही पारंपरिक व्यंजन भी परोसे जा रहे है। ताकि हिमाचल आने वाले सैलानी यहां को संस्कृति से रुबरु हो सके।
करन भारती ने बताया कि उनके द्वारा इस होम स्टे की शुरुआत 2022 में की गई। उन्होंने बताया कि यहां इसे बनने के लिए लोकल रिसोर्स का ही इस्तेमाल करके ही बनाया गया है। ताकि पर्यटन को बढ़ावा देने से साथ साथ पर्यावरण को भी संरक्षित रखा जा सके। उन्होंने बताया कि अभी यह इलाका सड़क सुविधा से थोड़ा दूर है, ऐसे में शांति में समय बिताने के लिए ही लोग यहां पहुंचते है। ताकि हिमाचल में आकर हिमाचल की खूबसूरती का दीदार कर सके। यहां आने वाले लोग आसपास के खूबसूरत इलाकों में भी घूमने का आनंद लेते है।