Himachal Weather : हिमाचल प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बीती रात ताजा बर्फबारी हो रही है। शिमला में रात में ओलावृष्टि हुई और सुबह 9 बजे रिज समेत आसपास के क्षेत्रों में हल्की बर्फ गिरी। हालांकि दो से तीन मिनट बाद स्नोफॉल रुक गया। पर्यटन स्थल मनाली में एक सप्ताह के भीतर दूसरी बार अच्छी बर्फ गिरी है। इससे पर्यटक खुशी से झूम उठे हैं।
प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में बीती रात से रुक रुक कर बारिश हो रही है। कांगड़ा, सुजानपुर, हमीरपुर, शिमला, मंडी के कई क्षेत्रों में रात में अच्छी बारिश हुई। लाहौल स्पीति और चंबा के कई क्षेत्रों में आधा फीट से ज्यादा ताजा हिमपात हुआ है।
आज इन जिलों में बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिले में आज भी बारिश एवं बर्फबारी का पूर्वानुमान है। अन्य जिलों में मौसम साफ रहेगा।
कल से वेस्टर्न डिस्टरबेंस कमजोर पड़ेगा और अगले तीन-चार दिन तक प्रदेशभर में मौसम साफ हो जाएगा। बारिश-बर्फबारी के बाद पहाड़ों पर मार्च में भी दिसंबर-जनवरी जैसी ठंड लौट आई हैं। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान सामान्य से -6.3 डिग्री नीचे गिर गया है, जबकि बीते 24 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में 5.5 डिग्री की कमी आई है।
चंबा का तापमान नॉर्मल से 14 डिग्री नीचे गिरा
चंबा के तापमान में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। चंबा का अधिकतम तापमान नॉर्मल से 14 डिग्री नीचे लुढ़कने के बाद 11.4 डिग्री सेल्सियस रह गया है। भुंतर का अधिकतम तापमान भी नॉर्मल से 10.4 डिग्री नीचे गिरने के बाद 10.5 डिग्री और मंडी का तापमान 10.9 डिग्री नीचे लुढ़कने के बाद 114.7 डिग्री सेल्सियस रह गया है। अन्य शहरों के तापमान में भी इसी तरह गिरावट आई है।
इस बीच चंबा और लाहौल स्पीति जिला में एवलांच गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में बीते सप्ताह भारी बर्फबारी हुई है। इससे बर्फ के पहाड़ खिसकने की घटनाएं पेश आ रही है्। इसे देखते हुए लोगों को सावधान रहने को कहा गया है।
बीते 3 दिनों के दौरान लाहौल स्पीति, चंबा और किन्नौर जिला में 9 घटनाएं बर्फ के पहाड़ गिरने की पेश आ चुकी हैं। चंबा जिले के उपमंडल चुराह के ऊपरी पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बर्फबारी के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। भारी बर्फबारी से क्षेत्र की सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, जिससे स्थानीय लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क कट गया है, जिससे आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित हो रही है।
प्रशासन ने स्थानीय लोगों से की अपील
प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे बेहद जरूरी होने पर ही यात्रा करें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन या आपदा प्रबंधन टीम से संपर्क करें। साथ ही, बर्फबारी के दौरान एहतियात बरतने और मौसम संबंधी अलर्ट पर ध्यान देने की सलाह दी गई है। अगर मौसम साफ रहता है तो जल्द ही जनजीवन सामान्य होने की उम्मीद है। प्रशासन और विभागीय टीमें युद्धस्तर पर राहत कार्यों में जुटी हुई हैं ताकि लोगों को जल्द से जल्द राहत मिल सके।
वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने स्थानीय लोगों को बेहद जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलने की सलाह दी है। बर्फबारी के कारण फिसलन बढ़ गई है, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने भी आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट पर रखा है ताकि जरूरतमंदों को समय पर चिकित्सा सहायता मिल सके।
लगातार बर्फबारी के कारण कई स्कूलों में पढ़ाई हो रही प्रभावित
लगातार बर्फबारी के कारण कई स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हुई है। वहीं, बस सेवाएं भी ठप हो गई हैं, जिससे लोगों को सफर करने में परेशानी हो रही है। प्रशासन स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है और बर्फबारी रुकने के बाद हालात जल्द सामान्य होने की उम्मीद है।