सोल: अल्पकालिक मार्शल लॉ में कथित भूमिका के संबंध में तीन और सैन्य कमांडरों को निलंबित कर दिया गया। रक्षा मंत्रलय ने मंगलवार को जानकारी दी कि निलंबित अधिकारियों में एक स्पेशल फोर्स यूनिट के प्रमुख भी शामिल हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, रक्षा मंत्रलय ने कहा कि डिफेंस मिनिस्ट्री इन्वेस्टिगेशन हेडक्वार्टर के प्रमुख मेजर जनरल पार्क ह्योन-सू, फस्र्ट स्पेशल फोर्स एयरबोर्न ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल ली सांग-ह्यून और सेना विशेष युद्ध कमान के 707वें स्पेशल मिशन ग्रप के प्रमुख कर्नल किम ह्योन-ताए को कर्तव्यों से निलंबित किया गया।
अभियोजन पक्ष ने पिछले हफ्ते सात सैन्य अधिकारियों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने 3 दिसंबर को यून के असफल मार्शल लॉ प्रयास के दौरान नेशनल असेंबली में अवरोध उत्पन्न करने और अरेस्ट टीम का संचालन करने में भाग लिया था। निलंबित किए गए तीनों अधिकारी भी इन्हीं सातों में शामिल हैं।
इससे पहले फरवरी में, रक्षा मंत्रलय ने चार पूर्व सैन्य कमांडरों और सेना के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल पार्क अन-सू, जो मार्शल लॉ कमांडर के रूप में कार्यरत थे, को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया था। इन पर मार्शल लॉ लागू करने में उनकी कथित भूमिका का अभियोग लगाया गया था।
बता दें राष्ट्रपति यून सुक योल ने 03 दिसंबर की रात को दक्षिण कोरिया में आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की, लेकिन संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया। मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा।
हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया। नेशनल असेंबली राष्ट्रपति यून सुक-योल और उनकी जगह लेने वाले कार्यवाहक राष्ट्रपति हान डक-सू के खिलाफ प्रस्ताव पारित कर चुकी है। उप प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री चोई सांग-मोक कार्यवाहक राष्ट्रपति और कार्यवाहक प्रधानमंत्री दोनों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।