जलवायु पर अध्ययनों में महासागर जैसे पारिस्थितिकी तंत्रों की पड़ताल अलग से हो रही है। जलवायु परिवर्तन के कारण गर्म हो रहे महासागरों में मछलियों का आकार छोटा हो रहा है।ऐसे में गहरे महासागरों में रहने वाली मछलियों का आकार कम होने की संभावना होती है। वर्तमान हालात भी ऐसा ही होने का संकेत दे रहे हैं।
ऐसा तब अधिक होता है जब जब जलवायु लगातार गर्म होती जाती है। उस दौर में भी वैश्विक तापमान 4 डिग्री सेल्सियस ज्यादा बढ़ गया था। यह स्थिति अब फिर से पैदा हो सकती है जब महासागर गर्म हो रहे हैं। इंटरग्लेशियल काल में मछलियां आकार में 35 फीसद कम हो गई थीं। ऐसा 200 से 1000 मीटर की गहराई वाले महासागरीय क्षेत्र में अधिक होता है।