WHAT! डिलीवरी के चलते महिला के साथ घटी दर्दनाक घटना, काटने पड़े हाथ-पैर

अमेरिका की एक महिला के साथ बड़ी दर्दनाक घटना घटी है, जिसे सुन हर कोई बेहद हैरान है। ये घटना इतनी दर्दनाक और खौफनाक है के जिसने भी सुनी वह हैरान रह गया। दरअसल, अमेरीका में सी सेक्शन से बच्चे को जन्म देने के बाद एक महिला की हालात ऐसी हो गई कि उसके हाथ-पैर.

अमेरिका की एक महिला के साथ बड़ी दर्दनाक घटना घटी है, जिसे सुन हर कोई बेहद हैरान है। ये घटना इतनी दर्दनाक और खौफनाक है के जिसने भी सुनी वह हैरान रह गया। दरअसल, अमेरीका में सी सेक्शन से बच्चे को जन्म देने के बाद एक महिला की हालात ऐसी हो गई कि उसके हाथ-पैर काटने तक की नौबत आ गई। बता दें महिला 29 साल की थी जिसके साथ ये दर्दनाक घटना घटी। कहा जा रहा है कि महिला ने अपने दूसरे बच्चे को जन्म देने के बाद सेप्टिक शोक में चली गई । पहले तो डिलीवरी के बाद इंफैक्शन फैला फिर धीरे-धीरे इंफैक्शन इतना बढ़ गया की हाथ पैर काटने की नौबत आ पड़ी।

ये उस महिला के लिए एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है। बता दें की इस अमेरिकी महिला का नाम क्रिस्टीना पचेको है। मीडिया के साथ बात करते हुए उन्होंने बताया कि – ‘पिछले अक्टूबर में सी सेक्शन के जरिए उन्होंने एक बच्चे के जन्म दिया था जिसके बाद उन्हें ऐसा इंफेक्शन हो गया कि उनके हाथ पैर-काटने पड़े।’ क्रिस्टीना ने सी-सेक्शन डिलीवरी के जरिए अपने बच्चे का स्वागत किया था जिसके बाद वह टेक्सास के एक अस्पताल से डिस्चार्ज हुई थी। घर से वापस आने के बाद उन्हें बुखार और सांस लेने में परेशानी हुई और उसी के बाद उन्हें उल्टी हो गई।

क्रिस्टीना ने सोचा की यह सिजेरियन के बाद होने वाली रिकवरी के कारण हैं लेकिन नर्स ने उन्हें आईबूप्रोफेन लेने की सलाह दी। इसके बाद भी उन्हें ऐसे ही होता रहा। ज्यादा समस्या बढ़ने पर क्रिस्टीना डॉक्टर के पास गई जहां से उन्हें तुरंत ही इमरजेंसी में भेज दिया गया। वहां से उन्हें तुरंत दूर अस्पताल में एयरलिफ्ट करके ले जाया गया। जहां पर पता चला कि – ‘उन्हें सेप्टिक शॉक हो गया है।’ जानकारी के लिए बता दें के सेप्टिक शॉक में शरीर किसी इंफेक्शन से भी ज्यादा प्रभावित हो जाता है।

क्रिस्टीना ने कहा के – ‘मुझे बस ये याद है कि मैं सांस ही नहीं ले पा रही थी और मुझे कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था, धीरे-धीरे मैं बेहोश होने लगी। मैं सिर्फ अपने पति की बात ही सुन पा रही थी। प्लीज लौट आओ हमारे बच्चों को मुझे तुम्हारी जरुरत है। मुझे बस यही आखिरी बात याद है।’ ऐसे में क्रिस्टीना दो हफ्ते आईसीयू में रहीं और एक ट्यूब के जरिए सांस ली। उनके हाथ और पैरों में ब्लड सर्कुलेशन ने इतना नुकसान पहुंचाया कि उनके हाथ पैर काट दिए गए।

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