नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश प्रशासन पिछले साल शहर में हुई हिंसक घटनाओं के बाद प्रशासन अब पूरी तरह से अलर्ट है। प्रशासन ने शहर की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए 127 संवेदनशील स्थानों पर 300 सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनाई है। इन कैमरों के जरिए शहर में प्रभावी निगरानी रखी जाएगी, खासकर संवेदनशील क्षेत्रों में। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
CCTV कैमरे लगाने के लिए 2 करोड़ का अनुदान
आपको बता दें कि नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी मणि भूषण तिवारी ने बताया कि इस योजना के तहत 15वें वित्त आयोग के अनुदान से 2 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। इन सीसीटीवी कैमरों का उद्देश्य शहर में सुरक्षा की स्थिति को मजबूत करना और कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। पिछले साल 24 नवंबर को संभल के कोट गर्वी इलाके में मुगलकालीन जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे। इस घटना के बाद प्रशासन ने शहर की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित किया है।
निगरानी और सुरक्षा में मिलेगी मदद
दरअसल, मणि भूषण तिवारी ने कहा कि पहले से स्थापित सीसीटीवी कैमरों ने उपद्रवियों पर निगरानी रखने और उनकी पहचान करने में महत्वपूर्ण मदद की है। अब नए कैमरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करेंगे। इसके अलावा, नए कैमरे यातायात प्रबंधन, कानून प्रवर्तन और सार्वजनिक सुरक्षा में भी मदद करेंगे। खासकर, महिलाओं की सुरक्षा और झपटमारी जैसी घटनाओं को रोकने में इन कैमरों का बड़ा योगदान होगा।
कैमरों की स्थापना प्रक्रिया
ये 300 सीसीटीवी कैमरे शहर के प्रमुख प्रवेश और निकासी बिंदुओं, संवेदनशील क्षेत्रों और मुख्य चौराहों पर लगाए जाएंगे। इसके अलावा, ‘वॉयस कंट्रोलर’ को भी सिस्टम में शामिल किया जाएगा, ताकि आवाज़ आधारित निगरानी की जा सके। मणि भूषण तिवारी ने कहा कि कैमरों की निगरानी दो केंद्रीकृत नियंत्रण कक्षों के माध्यम से की जाएगी। एक कक्ष का संचालन अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) की देखरेख में होगा, जबकि दूसरे कक्ष का संचालन पुलिस, नगर निगम के अधिकारी और रखरखाव के लिए जिम्मेदार एजेंसी द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।
कार्य पूरा होने में दो से तीन महीने का समय
यह परियोजना अब शुरू हो चुकी है और इसके पूरी तरह से लागू होने में दो से तीन महीने का समय लग सकता है। एक बार काम पूरा होने के बाद, संभल शहर की सभी गतिविधियों पर प्रभावी निगरानी रखी जा सकेगी। इस योजना से शहर के सुरक्षा प्रबंधन में काफी सुधार की उम्मीद है, जिससे भविष्य में किसी भी अनहोनी पर तुरंत कार्रवाई की जा सके।