Haldwani violence : हल्द्वानी। उत्तराखंड के हल्द्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में गुरुवार को नगर निगम द्वारा पहले से चिह्न्ति स्थल से अतिक्रमण हटाने के क्रम में एक अवैध मदरसा और एक मजार को तोड़े जाने से आक्रोशित समुदाय विशेष ने सरकारी अमले पर पत्थराव किया और आगजनी की जिसमें अब तक हो चुकी 6 लोगों की मौत चुकी है तो वहीं बताया जा रहा है कि 200 पुलिसकर्मियों समेत 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। साथ ही इस घटनाटना को लेकर पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है और उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिये गये हैं। पूरा शहर हिंसा की चपेट में आ गया। पुलिस और प्रशासन की टीम पर पथराव किया जा रहा था। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। कई वाहनों में आग लगा दी गई। एक बार को हिंसा इतनी भीषण हो चली थी कि पुलिस को पीछे हटना पड़ा।
जिलाधिकारी ने रात 9 बजे से कर्फ्यू लगाया
नगर निगम द्वारा पहले से चिह्न्ति स्थल से अतिक्रमण हटाने के क्रम में एक अवैध मदरसा और एक मजार को तोड़े जाने से आक्रोशित समुदाय विशेष ने सरकारी अमले पर पत्थराव किया और आगजनी की, जिसके बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी वंदना सिंह ने रात 9 बजे से कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया। जिला मजिस्ट्रेट ने भारतीय दंड संहिता 1973 की धारा-144 के तहत प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए समूचे हल्द्वानी नगर में कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया। आज राज 9 बजे से अगले आदेश तक लागू रहेगा।
घटना के बाद देहरादून में भी प्रशासन अलर्ट पर
घटना को लेकर वनफुलपुरा में फैले तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए देहरादून में भी अब प्रशासन अलर्ट पर आ गया है। देहरादून की डीएम सोनिका सिंह और एसएसपी अजय सिंह की संयुक्त टीम लगातार संवेदनशील इलाकों का दौरा कर रही है। प्रतिबंधात्मक आदेश कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति अत्यावश्यक कार्यों (मेडिकल इत्यादि) को छोड़कर घर से बाहर नहीं निकलेंगे। सभी व्यावसायिक संस्थान, दुकानें, उद्योग इत्यादि पूर्णत: बंद रहेंगे। केवल अस्पताल व दवा की दुकानें खुली रहेंगी। यह आदेश शासकीय सेवक, पुलिसकर्मी, सश बल पर लागू नहीं होगा। केवल अत्यावश्यक कार्यों के लिए ही यातायात की अनुमति रहेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने घायल पत्रकारों का उपचार प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए
हल्द्वानी के वनभूलपुरा इलाके में प्रशासन द्वारा अवैध मदरसा और नमाज स्थल को ध्वस्त किए जाने का कवरेज करने गए पत्रकारों पर उपद्रवी तत्वों द्वारा हमले किए जाने का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री ने सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी को निर्देश दिए हैं कि घायल पत्रकारों का उपचार प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। उन्होंने घायल पत्रकारों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की है। उधर, नैनीताल के जिलाधिकारी ने कहा है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, ‘हमारे पास वीडियो रिकॉर्डिंग से लेकर दंगाइयों के अनेक इनपुट हैं, उन सबको एकत्र किया जा रहा है। साथ ही नुकसान की भरपाई दंगाइयों को ही करना होगा। घटना के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए दंगाइयों के पोस्टर भी जारी किए जाएंगे।‘ उन्होंने कहा कि इस घटना पर पुलिस और प्रशासन ने धैर्य का परिचय दिया है। अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान रुकने वाला नहीं है।