नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा के 70 सीटों के लिए चुनाव 5 फरवरी को एक चरण में हुए थे, वहीं इस चुनाव के परिणाम 8 फरवरी को घोषित कर दिए गए। बता दें कि इस चुनाव में बीजेपी ने 48 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की थी। वहीं आप 22 सीटों पर ही फतह हासिल कर सकी। इसके साथ ही हर बार की तरह कांग्रेस इस बार भी अपना खाता नहीं खोल पाई है। बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के एक दिन पहले आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाए थे। इन आरोपों के अनुसार, बीजेपी ने आप के 16 उम्मीदवारों को 15 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था और उन्हें मंत्री बनाने की पेशकश की थी। आइए जानते है इस पूरे मामले को विस्तार से…
ACB का नोटिस
वहीं इस मामले में दिल्ली भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को कानूनी नोटिस भेजा। एसीबी ने उनसे इन आरोपों के बारे में पूरी जानकारी और सबूत मांगे थे। केजरीवाल को नोटिस में यह भी कहा गया था कि वह आरोपों को साबित करने के लिए सबूत पेश करें।
केजरीवाल का जवाब न देना
केजरीवाल ने एसीबी द्वारा भेजे गए नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया। एसीबी के सूत्रों के अनुसार, अब केजरीवाल, मुकेश अहलावत और संजय सिंह के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। इन नेताओं के खिलाफ सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने, पैनिक क्रिएट करने और अन्य कानूनी धाराओं में कार्रवाई की जा सकती है।
ACB ने मांगे थे सबूत
एसीबी ने केजरीवाल से यह पूछा था कि उनके द्वारा लगाए गए आरोपों को साबित करने के लिए कोई ठोस जानकारी दी जाए। उन्हें उन 16 उम्मीदवारों के नाम, उनके साथ संपर्क करने वालों के फोन नंबर और इस दावे को साबित करने वाले अन्य सबूत देने को कहा गया था। एसीबी ने केजरीवाल से यह भी पूछा था कि क्या ऐसे आरोप फैलाने वाले नेताओं पर दिल्ली के लोगों के बीच डर और अशांति पैदा करने के लिए मुकदमा चलाया जाना चाहिए या नहीं।
दिल्ली के उपराज्यपाल का आदेश
दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने आम आदमी पार्टी के आरोपों की जांच के लिए एसीबी को आदेश दिया था। हालांकि, आम आदमी पार्टी ने एसीबी की कार्रवाई की आलोचना की और इसे चुनाव परिणामों से पहले पार्टी को डराने का प्रयास बताया।
बीजेपी की शिकायत
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ आपराधिक मानहानि की शिकायत भी दर्ज की है। बीजेपी का आरोप है कि आप के नेताओं ने बिना किसी ठोस सबूत के पार्टी की छवि खराब करने के लिए झूठे आरोप लगाए हैं।