नेशनल डेस्क : अमेरिका का मिलिट्री विमान C-147 भारत के अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड कर चुका है, जिसमें 104 भारतीय नागरिक सवार थे। यह विमान अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचे भारतीय प्रवासियों को वापस लाने के लिए भेजा गया था। आप को बता दें कि इस विमान में 13 बच्चे, 25 महिलाएं और 79 पुरुष सवार थे। इन भारतीय नागरिकों में से 33 लोग गुजरात से हैं, जिन्हें अमृतसर एयरपोर्ट पर उतारने के बाद सीधे गुजरात भेजा जाएगा। वहीं पंजाब के 30, यूपी के 3 , हरियाणा के 33, चंडीगढ़ के 2 और महाराष्ट्र के तीन लोग विमान में सवार थे।
अमृतसर एयरपोर्ट पर बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
अमृतसर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है, खासकर उस मार्ग पर जहां से अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीय नागरिकों को लाया जाएगा। अमृतसर पुलिस ने एविएशन क्लब जाने वाले रास्ते पर बैरेकेडिंग कर दी है और सुरक्षा बढ़ा दी है। बताया जा रहा है कि इन नागरिकों को पहले एविएशन क्लब में लाया जाएगा, जहां उनकी पूरी बैकग्राउंड चेक, क्रिमिनल रिकॉर्ड और इमीग्रेशन रिकॉर्ड की जांच की जाएगी। जांच पूरी होने के बाद ही उन्हें आगे जाने की अनुमति दी जाएगी। साथ ही, जिन राज्यों से ये लोग संबंधित हैं, वहां की स्टेट अथॉरिटीज को भी उनकी वापसी के बारे में सूचना दे दी गई है। वहीं मीडिया को इन नागरिकों से संबंधित किसी भी जानकारी को लेने की अनुमति नहीं दी गई है, ताकि प्रक्रिया में कोई विघ्न न आए।
DGP का बयान
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), गौरव यादव ने मंगलवार को बताया कि राज्य सरकार इन प्रवासियों की अगवानी करेगी और हवाई अड्डे पर काउंटर स्थापित करेगी, जहां इनका स्वागत किया जाएगा।
मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल की निराशा
पंजाब के अनिवासी भारतीय (एनआरआई) मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने अमेरिकी सरकार के फैसले पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इन प्रवासियों को निर्वासित करने के बजाय स्थायी निवास प्रदान किया जाना चाहिए था, क्योंकि इन लोगों ने अमेरिका की अर्थव्यवस्था में योगदान दिया था। उन्होंने यह भी बताया कि कई भारतीयों ने वर्क परमिट पर अमेरिका में प्रवेश किया था, लेकिन जब उनकी परमिट की अवधि समाप्त हो गई, तो वे अवैध प्रवासी बन गए।
मंत्री की चिंता और अपील
मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने इस स्थिति पर चिंता जताई और बताया कि अगले सप्ताह वे विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस मामले पर चर्चा करने के लिए मिलने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने प्रवासियों से अपील की कि वे अवैध तरीके से विदेश यात्रा न करें और कानूनी तरीके से विदेश जाने की प्रक्रिया को अपनाएं। उन्होंने कौशल और शिक्षा प्राप्त करने के महत्व पर भी जोर दिया और कहा कि इससे दुनिया भर में मिलने वाले अवसरों का फायदा उठाया जा सकता है।
अमेरिका में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई
आपको बता दें कि पिछले महीने जब डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला, तब से अमेरिका की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी। पंजाब के कई लोग जिन्होंने लाखों रुपये खर्च करके ‘डंकी रूट’ या अन्य अवैध तरीकों से अमेरिका में प्रवेश किया, अब वे निर्वासन का सामना कर रहे हैं।
कैसे पहुंचे थे अमेरिका
दरअसल, यह भारतीय समूह मेक्सिको-अमेरिकी सीमा से पकड़ा गया था। कहा जा रहा है कि ये लोग भारत से वैध तरीके से अमेरिका के लिए रवाना हुए थे, लेकिन उन्होंने डंकी रूट का उपयोग करके अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश की थी। अमृतसर एयरपोर्ट पर पुलिस और प्रशासन की टीम मुस्तैद थी। एयरपोर्ट पर मौजूद अमेरिकी दूतावास के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी और बताया कि सभी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए इन भारतीय नागरिकों को भारत वापस लाया गया है।