शिमला/मंडी। हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बीती रात भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। कुल्लू, मंडी और शिमला के रामपुर में बादल फटे हैं, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई है जबकि 51 लोग लापता हैं। हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले के रामपुर उपमंडल के विला समेज (झाखड़ी) इलाके में बादल फटने से 51 से ज्यादा लोग लापता हो गए। समेज खंड में बाढ़ आ गई और समेज गांव के कई घर बह गए। यहां एक स्कूल, एक गेस्ट हाउस और एक बिजली परियोजना का पावर हाउस भी बह गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, पुलिस और होम गार्ड ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है। कशय़प ने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।
मंडी के राजवन गांव में फटा बादल, एक की मौत, कई लापता
मंडी जिले स्थित राजवन गांव में बुधवार देर रात बादल फट गया। इस हादसे में एक शख्स की मौत हो गई है। इसके अलावा 11 से अधिक लोग लापता हैं। घटना द्रंग विधानसभा क्षेत्र के धम्चयाण पंचायत के राजवन गांव की है। बुधवार सुबह से ही मंडी में मूसलाधार बारिश हो रही थी। भारी बारिश के कारण बुधवार देर रात अचानक बादल फट गया और बाढ़ आ गई। इसकी चपेट में आने से कई घर बह गए। जिसमें एक की मौत हो गई और कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
बादल फटने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और बचाव टीम घटना स्थल के करीब पहुंच गई। हालांकि, प्रशासन का राजवन गांव के ग्रामीणों और पास के टिक्कन उप तहसील के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
पता चला है कि भारी बारिश के कारण राजवन गांव में मोबाइल सेवा भी ठप पड़ी हुई है। बाढ़ के कारण संपर्क मार्ग भी पूरी तरह से कटा हुआ है। इस बीच राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को बुलाया गया है। मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन भी धम्चयाण के लिए रवाना हो गए हैं। साथ ही प्रशासन ने बचाव अभियान के लिए भारतीय वायुसेना से मदद मांगी है।
हिमाचल सरकार ने नदी किनारे रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। भारी बारिश के बाद राज्य भर में 150 से ज़्यादा सड़कें बंद हो गई हैं। बीबीएमबी पंडोह डैम के फ्लड गेट खोल दिए गए हैं।
बादल फटने की जानकारी मिलते ही रामपुर उपमंडल प्रशासन, एनडीआरएफ, सीआईएसएफ, होमगार्ड और चिकित्सा दल की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई रामपुर के उपमंडल अधिकारी निशांत तोमर ने बताया कि गुरुवार सुबह बादल फटने की जानकारी मिली थी। इसके बाद क्षेत्र में अचानक बाढ़ आ गई। और प्रभावित क्षेत्र में कई लोगों के लापता होने की सूचना है।
उन्होंने कहा, ‘‘बादल फटने के कारण कई जगह सड़कें बंद पड़ी हुई हैं। इस वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ रही है। करीब दो किलोमीटर पैदल चलकर ही घटनास्थल तक राहत-बचाव का सामान पहुंचाया जा रहा है।’’
उपमंडल अधिकारी निशांत तोमर ने कहा, ‘‘प्रभावित क्षेत्र में राहत बचाव कार्य तेजी पर है। रेस्क्यू ऑपरेशन में आईटीबीपी, स्पेशल होमगार्ड की टुकड़ियों की भी मदद ली जा रही है। मौके पर एंबुलेंस और अन्य सुविधाओं के भी इंतजाम किए गए हैं।’’
जेपी नड्डा ने दिया मदद का आश्वासन
केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात की और घटना की जानकारी ली। उन्होंने केंद्र सरकार से हर संभव मदद का भरोसा दिया। नड्डा ने पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी बात की और सभी भाजपा कार्यकर्ताओं को राहत कार्यों में जुटने का निर्देश दिया।
आज हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में बादल फटने के कारण हुए भारी नुकसान से आम जनजीवन प्रभावित होने का दुःखद समाचार मिला।
लगातार हो रहे प्राकृतिक आपदाओं के संदर्भ में राज्य के मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से फोन पर विस्तृत बात कर जानकारी प्राप्त की और आदरणीय…
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) August 1, 2024
मौसम विभाग ने कुल्लू, सोलन, सिरमौर, शिमला और किन्नौर जिलों के संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन और अचानक बाढ़ आने की भी चेतावनी दी है।
इससे पहले हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले स्थित राजवन गांव में बुधवार देर रात बादल फटा था। इस हादसे में एक शख्स की मौत हो गई। इसके अलावा 11 से अधिक लोग लापता हैं।