Delhi Assembly Election; नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक आते ही सभी राजनीतिक दलों की तैयारियां तेज़ हो चुकी हैं। चुनाव प्रचार जोरों पर है, और इसी बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल भी जारी है। नेताओं के बीच तीखे बयान दिए जा रहे हैं, ताकि जनता के बीच अपनी स्थिति को मजबूत किया जा सके। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज रविवार को गणतंत्र दिवस के अवसर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर जमकर हमला बोला। केजरीवाल ने भाजपा की नीतियों और कामकाजी तरीकों को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए।
GST का पैसा जनता पर खर्च करने की बात
केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि GST (गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स) का जो पैसा एकत्रित होता है, उसे सरकार को जनता के भले के लिए खर्च करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जनता के लिए सरकारी खजाने का इस्तेमाल होना चाहिए, न कि इसे किसी और उद्देश्य के लिए खर्च किया जाए।
दिल्ली की जनता के पास दो मॉडल हैं: पहला है केजरीवाल मॉडल – जहाँ जनता का पैसा जनता पर खर्च होता है… और दूसरा है बीजेपी मॉडल – जहाँ जनता का पैसा उनके अमीर दोस्तों की जेब में जाता है। अब जनता को तय करना है, उसे कौन सा मॉडल चुनना है। https://t.co/mOyF20dqFl
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 26, 2025
दिल्ली की जनता के सामने दो मॉडल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब जनता के सामने दो मॉडल हैं, जिनमें से उसे एक को चुनना है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस संबंध में अपनी पार्टी का पक्ष रखा है। उन्होंने दोनों मॉडल्स के बारे में जनता को बताया, ताकि वे खुद तय कर सकें कि उन्हें कौन सा मॉडल बेहतर लगता है।
केजरीवाल मॉडल: जनता का पैसा जनता पर खर्च
केजरीवाल ने अपनी पार्टी का “केजरीवाल मॉडल” पेश करते हुए कहा कि उनकी सरकार में जनता का पैसा केवल जनता के भले के लिए खर्च किया जाता है। यानी, जो टैक्स जनता देती है, वह पैसा जनता की सेवाओं, सुविधाओं और विकास में इस्तेमाल होता है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि उनकी सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी जैसे बुनियादी मुद्दों पर ध्यान दिया है, जिससे आम जनता को सीधा लाभ मिला है। उनका कहना है कि यह मॉडल पूरी तरह से जनकल्याण पर आधारित है।
बीजेपी मॉडल: अमीरों के पक्ष में काम करना
वहीं, केजरीवाल ने बीजेपी के “बीजेपी मॉडल” पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इस मॉडल में जनता का पैसा बड़े व्यापारियों और अमीरों के पक्ष में खर्च किया जाता है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने अरबपतियों के 10 लाख करोड़ रुपये माफ किए हैं, जबकि यह पैसा अगर जनता के कल्याण में खर्च होता, तो देश के कई जरूरी मुद्दों को हल किया जा सकता था। केजरीवाल के मुताबिक, बीजेपी का यह मॉडल अमीरों को फायदा पहुंचाने वाला है, जबकि गरीब और आम आदमी के लिए कोई ठोस योजना नहीं है।
जनता को करना है फैसला
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से यह अपील की कि अब उन्हें यह तय करना है कि वे किस मॉडल को पसंद करते हैं। क्या वे “केजरीवाल मॉडल” को चुनते हैं, जिसमें जनता का पैसा जनता के भले के लिए खर्च किया जाता है, या फिर “बीजेपी मॉडल” को चुनते हैं, जिसमें अमीरों को लाभ पहुंचाने की नीति अपनाई जाती है। यह बयान दिल्ली के चुनावी माहौल में एक नया मोड़ ला सकता है, क्योंकि अब यह तय करना जनता के हाथ में है कि वह किस दिशा में अपना वोट डालेगी।