New Zealand Earthquake : न्यूजीलैंड में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। आपको बता दे कि भूकंप दक्षिण द्वीप न्यूज़ीलैंड के पश्चिमी तट पर आया है। हालांकि भूकंप से किसी तरह के नुकसान की तत्काल कोई सूचना नहीं है। लेकिन इससे लोग दहशत में आ गए और अपने-अपने घरों से बाहर भागने लगे। बता दें कि इससे पहले भी 14 मार्च की सुबह भारत के दो राज्य भूकंप से हिल गए थे। बता दें कि केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश में शुक्रवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने ये जानकारी दी है। रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 6.5 मापी गई है।
EQ of M: 6.5, On: 25/03/2025 07:13:11 IST, Lat: 46.78 S, Long: 166.28 E, Depth: 10 Km, Location: Off W. Coast of South Island New Zealand.
For more information Download the BhooKamp App https://t.co/5gCOtjdtw0 @DrJitendraSingh @OfficeOfDrJS @Ravi_MoES pic.twitter.com/5AfDdlt3yd— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) March 25, 2025
भूकंप क्यों आते हैं?
आपको बता दे कि भूकंप पृथ्वी की सतह पर घटित होने वाली प्राकृतिक घटनाएँ हैं, जो मुख्य रूप से पृथ्वी की आंतरिक संरचना में तनाव और हलचलों के कारण होती हैं। भारत में भूकंप का मुख्य कारण हिमालय क्षेत्र में होने वाली टेक्टोनिक गतिविधियां हैं। यहां तनाव भारतीय प्लेट और यूरेशियन प्लेट के बीच टकराव के कारण उत्पन्न होता है। यही कारण है कि उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत भूकंप के प्रति संवेदनशील हैं।
दरअसल टेक्टोनिक प्लेटों की हलचल, टकराव, उठने-गिरने के कारण इन प्लेटों के बीच लगातार तनाव बना रहता है। इससे ऊर्जा उत्पन्न होती है, ऐसे में अगर हल्के भूकंप आते रहें तो यह ऊर्जा निकलती रहती है और बड़ा भूकंप आने की संभावना बनी रहती है। इन प्लेटों के बीच तनाव अधिक होने पर ऊर्जा का दबाव भी बढ़ जाता है और वह एक साथ जल्दी बाहर आने की कोशिश करती है, इस कारण कभी-कभी भयानक भूकंप आने की संभावना भी बन जाती है।
न्यूजीलैंड का सबसे बड़ा भूकंप
आपको बता दे कि न्यूजीलैंड के इतिहास में सबसे बड़ा भूकंप 1931 में हॉक्स बे क्षेत्र में आया था जिसकी तीव्रता 7.8 थी। बता दे कि ये भूकंप इतना भीषण था की इसमें 256 लोगों की मौत गयी थी। यह भूकम्प न्यूजीलैंड के इतिहास में सबसे घातक भूकम्पों में से एक है, जो देश में भूकम्प सुरक्षा के महत्व को उजागर करता है।