कांग्रेस को वोट देने का मतलब है- हरियाणा की बर्बादी को आमंत्रित करना। pic.twitter.com/qlaP5NCsCg
— Narendra Modi (@narendramodi) September 25, 2024
मतदाताओं को आगाह करते हुए उन्होंने कहा, हरियाणा को सावधान रहना होगा। हरियाणा का मुझ पर अधिकार है। याद रखिए, अगर गलती से भी कांग्रेस सत्ता में आ गई तो वह अपनी आपसी लड़ाई के कारण हरियाणा को बर्बाद कर देगी। उन्होंने कहा, कांग्रेस में जिस तरह से अंदरूनी कलह बढ़ रही है, उसे पूरा हरियाणा देख रहा है। मोदी ने कहा, यह अस्थिरता हरियाणा में हर काम को रोक देगी। निवेश और नौकरियां प्रभावित होंगी। उन्होंने स्पष्ट रूप से रॉबर्ट वाद्रा के भूमि सौदों का हवाला देते हुए कहा, हरियाणा को दामाद और दलाल से बचाना है। अपनी अमेरिका यात्र का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि उन्होंने बड़े नेताओं और बड़ी कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की।
मोदी ने कहा कि भारत भ्रष्टाचार और परिवारवाद से मुक्त होकर आगे बढ़ रहा है। दुनिया को लगता है कि आने वाले समय में अगर कोई देश सबसे तेजी से आगे बढ़ेगा तो वह भारत ही है। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कांग्रेस शासित कर्नाटक का उदाहरण देते हुए कहा कि सिद्धरमैया पर भूमि घोटाले का आरोप है और यहां तक कि उच्च न्यायालय ने भी कहा है कि उनके खिलाफ जांच सही थी। कांग्रेस शासित कर्नाटक का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘पिछले कुछ सालों में जहां-जहां कांग्रेस की सरकारें बनीं, मुख्यमंत्री और मंत्री अंदरूनी कलह में शामिल रहे। उन्हें लोगों के दर्द और समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कर्नाटक में उसके मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री अंदरूनी लड़ाई में व्यस्त हैं। तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में भी यही कहानी है।’’ हरियाणा विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद राज्य में मोदी की यह दूसरी रैली थी। पहली रैली एक हफ्ते पहले कुरुक्षेत्र में हुई थी। मोदी ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के सत्ता में रहने के दौरान उसकी अंदरूनी कलह का भी जिक्र किया।
सत्तारूढ़ भाजपा हरियाणा इकाई में कथित अंदरूनी कलह को लेकर कांग्रेस पर निशाना साध रही है और उसने यहां तक दावा किया है कि लोकसभा सदस्य और प्रमुख दलित नेता कुमारी सैलजा टिकट वितरण को लेकर अपनी पार्टी से नाखुश हैं और इसलिए चुनाव प्रचार से दूर हैं। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी सैलजा को भाजपा में शामिल होने का निमंत्रण दिया था, लेकिन उन्होंने किसी भी संभावित बदलाव को खारिज करते हुए कहा, मैं कांग्रेसी हूं और कांग्रेसी ही रहूंगी। प्रधानमंत्री ने आरक्षण के मुद्दे पर भी कांग्रेस पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि उसने हमेशा ही अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को भागीदारी से वंचित रखा।