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ठंडी बारिश में भी अपने परिवार के लिए काम पर निकला पिता… बच्चों के लिए एक पाठ

नई दिल्ली :  पिता वह व्यक्ति होता है, जो न केवल एक घर का मुखिया होता है, बल्कि परिवार के हर सदस्य के लिए एक आधार और सहारा होता है। वह अपने बच्चों की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करता है। एक पिता अपनी ज़िंदगी की तमाम कठिनाइयों को झेलते हुए भी अपने बच्चों के लिए अच्छे भविष्य की कामना करता है। हर पिता अपने परिवार की जरूरतें पूरी करने के लिए पूरी मेहनत और संघर्ष करता है। चाहे हालात जैसे भी हों, वह अपने परिवार के लिए हर परेशानी को झेलता है और किसी भी हाल में अपना कर्तव्य निभाता है। हाल ही में एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो इस बात का बेहतरीन उदाहरण है। इस तस्वीर को देखकर उन बच्चों को जरूर समझना चाहिए, जो अपने माता-पिता से शिकायत करते हैं कि वे उनके लिए कुछ नहीं करते हैं।

कड़कड़ाती ठंड और बारिश में पिता का संघर्ष 

आपको बता दें कि दिल्ली एनसीआर में हाल ही में भारी बारिश हुई थी और इसके साथ ठंड भी बढ़ गई। यह तस्वीर उसी समय की है, जो गुरुग्राम में ली गई थी। इस तस्वीर में एक 45-50 साल का शख्स भारी बारिश में साइकिल से जा रहा है और खुद को बारिश से बचाने के लिए उसने एक प्लास्टिक की पन्नी ओढ़ रखी है। यह शख्स सिक्योरिटी गार्ड है, जो अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए किसी भी मुश्किल का सामना करता है। कड़कड़ाती ठंड और बारिश में काम पर जाना उसके लिए एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन फिर भी वह घर की जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए निकला।

पिता की कठिनाईयों को देखकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं

सोशल मीडिया पर इस तस्वीर को लेकर कई यूजर्स ने अपने विचार शेयर किए हैं, जो एक पिता के संघर्ष को और भी उजागर करते हैं:

  1. एक अन्य यूजर ने लिखा“सिक्योरिटी गार्ड के ऊपर जिम्मेदारियों का पहाड़ और सैलरी सिर्फ 12,000 रुपये! भारत में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी सबसे सस्ती है।”
  2. एक यूजर ने लिखा
    “यह एक गरीब व्यक्ति है जो अपने परिवार की देखभाल के लिए बिना अपनी चिंता किए, बारिश में भीगते हुए काम पर जा रहा है। उसे पता है कि अगर वह समय पर ड्यूटी पर नहीं गया, तो उसके बच्चों को भूखा सोना पड़ेगा।”
  3. एक दूसरे यूजर ने कहा“एक पिता अपने बच्चों के लिए हर परिस्थिति से गुजरता है। नीतीश रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक मारा, और हर पिता यही चाहता है कि उसके बेटे की मेहनत और संघर्ष सफलता में बदले।”
  4. एक शायराना अंदाज में यूजर ने कहा“नौकरी क्या चीज़ है ये पूछिए उस बच्चे से जो काम करता है, रोटी के लिए, खिलौने की दुकान पर।”

एक पिता की जिंदगी की सच्चाई

इस तस्वीर में दिखाई दे रहा शख्स कड़कड़ाती ठंड और बारिश के बावजूद सिर्फ एक शर्ट पहने हुए है। वह साइकिल से घर से बाहर निकलता है और ताकि उसके गर्म कपड़े न भीग जाएं, उसने उन्हें एक थैली में डालकर साइकिल के कैरियर में लटका लिया है। यह पिता उन कपड़ों को ऑफिस जाकर पहनने वाला है। अगर ये कपड़े भीग जाते, तो पूरे दिन ठंड से ठिठुरना पड़ता। यह एक पिता की ज़िंदगी की सच्चाई है – जिसमें हर दिन एक नई चुनौती होती है। इन चुनौतियों को पार करते हुए उसे आगे बढ़ना होता है, ताकि वह अपने परिवार का पेट भर सके और उनके लिए हर जरूरत पूरी कर सके।

इस तस्वीर ने हमें यह सिखाया है कि एक पिता कभी भी अपने परिवार की जरूरतों को नज़रअंदाज नहीं करता। चाहे वह कितनी भी मुश्किलों से गुज़रे, वह हमेशा अपनी ज़िम्मेदारी निभाने के लिए तैयार रहता है। इस संघर्ष को समझना चाहिए और हमें अपने माता-पिता के संघर्षों की कद्र करनी चाहिए।

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