संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोले विदेश मंत्री- कूटनीति और संवाद ही एकमात्र प्रभावी समाधान हैं

संयुक्त राष्ट्रः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में सामान्य बहस के दौरान अपने संबोधन की शुरुआत ‘भारत की ओर से नमस्ते’ (नमस्ते फ्रॉम भारत) कहते हुए की। जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल के मंच से एक उच्चस्तरीय सत्र को संबोधित किया। उन्होंने अपने 17 मिनट से अधिक समय के.

संयुक्त राष्ट्रः विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में सामान्य बहस के दौरान अपने संबोधन की शुरुआत ‘भारत की ओर से नमस्ते’ (नमस्ते फ्रॉम भारत) कहते हुए की। जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा हॉल के मंच से एक उच्चस्तरीय सत्र को संबोधित किया। उन्होंने अपने 17 मिनट से अधिक समय के संबोधन की शुरुआत हाथ जोड़कर ‘भारत की ओर से नमस्ते’ कहते हुए की। उन्होंने भाषण के अंत में कहा, ‘‘मैं उस समाज के लिए बोल रहा हूं जहां लोकतंत्र की प्राचीन परंपराओं ने गहरी आधुनिक जड़ें जमा ली हैं। इसके बाद उन्होंने कहा कि कूटनीति और संवाद ही एकमात्र प्रभावी समाधान हैं।

परिणाम स्वरूप हमारी सोच, प्रयास और कार्य अब अधिक जमीनी और प्रामाणिक हैं।’’ जयशंकर ने कहा, ‘‘आधुनिकता को आत्मसात करने वाले सभ्यतागत राज्यतंत्र के रूप में हम परंपरा और प्रौद्योगिकी दोनों को विश्वास के साथ समान रूप से संग लाते हैं। यही मेल आज इंडिया को परिभाषित करता है जो भारत है।’’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस महीने के पूर्वार्द्ध में भारत की मेजबानी में दिल्ली में हुए जी20 के शिखर सम्मेलन में भारत के नेता के रूप में संबोधित किया गया था। सरकार ने विभिन्न आधिकारिक जी20 दस्तावेजों में देश के नाम के रूप में भारत का उल्लेख किया।

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