सोलन (गजेंद्र): हिमाचल प्रदेश की बेटी पर्वतारोही बलजीत कौर की मौत की खबर सामने आ रही है। नेपाल की अन्नपूर्णा चोटी को फतह करने के बाद ऑक्सीजन की कमी होने के कारण मौत का कारण बताया जा रहा है। बलजीत कौर हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के ममलीघ क्षेत्र के रहने वाली है जो कि कम समय में बड़े रिकॉर्ड बनाने वाली पहली भारत की बेटी थी। अन्नपूर्णा चोटी फतह करने के बाद कैंप 4 में बलजीत कौर लौट रही थी उस वक्त हादसा पेश आया है। बलजीत के साथ अन्य 2 पर्वतारोहियों की भी मौत की खबर सामने आ रही है।
सोलन के विधायक और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र की प्रतिभाशाली लड़की पर्वतारोही बलजीत कौर की मृत्यु की ख़बर से मैं दुःखी हूँ।
एक महीने से कम समय में चार 8 हजार मीटर चोटियों को फतह करने वाली पहली भारतीय महिला बलजीत कौर थी। बता दें कि वह साल 2016 में माउंट एवरेस्ट फतह करने के लिए गई बलजीत उस समय एक्स्ट्रा ऑक्सीजन मास्क ना होने की वजह से 300 मीटर पीछे से ही वापस लौट आई थी लेकिन 6 सालों की कड़ी मेहनत के बाद अब फिर बलजीत कौर ने यह मुकाम पाया था। 28 अप्रैल 2022 को बलजीत कौर ने 8091 मीटर उंचे माउंट अन्नपूर्णा को फतह किया था जबकि 12 मई 2022 को बलजीत ने 8566 मीटर उंचे माउंट कंचनजंगा को फतह किया था।
बता दें कि बलजीत पहली भारतीय महिला है, जिसे 7161 ऊंची पुमोरी चोटी फतह करने का गौरव हासिल हुआ था, पुमोरी चोटी हासिल करने के बाद से बलजीत ने कहा था कि उनके हौसलों की यह उड़ान अब थमने वाली नहीं है और अगले वर्ष ही वह एवरेस्ट पर भी तिरंगा फहराएंगी। कुछ साल पहले जब वह सोलन कॉलेज में एनसीसी में थी, तो एवरेस्ट के एक अभियान का हिस्सा बनी थीं. लेकिन उस दौरान ऑक्सीजन मास्क की खराबी के चलते बलजीत कौर को अभियान बीच में छोड़कर लौटना पड़ा था। बलजीत की शिक्षा सोलन कॉलेज से हुई है और इस दौरान बेहतरीन एनसीसी कैडेट के रूप में बलजीत ने अपनी पहचान बनाई थी।