पंजाब डेस्क : पंजाब के गुरदासपुर जिले में भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर एक बड़ा हादसा होने से बच गया। यह घटना 8 और 9 अप्रैल की मध्य रात की है, जब बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) के जवान सीमा पर गश्त कर रहे थे। गश्त के दौरान जवानों ने भारतीय क्षेत्र में कुछ संदिग्ध चीजों को देखा। जांच करने पर यह पता चला कि वह इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED ) था – एक प्रकार का विस्फोटक उपकरण।आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
BSF की सतर्कता से टला बड़ा हादसा
यह घटना गुरदासपुर के चौतडां इलाके में हुई, जो पाकिस्तान की सीमा से सटा हुआ है। बीएसएफ के जवान रात में सीमा पर बाड़ के पास गश्त कर रहे थे। उनका मुख्य उद्देश्य इलाके की सुरक्षा करना और वहां काम करने वाले किसानों, सैनिकों और रक्षाकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था, क्योंकि दिन के समय किसान इस रास्ते से अपनी फसलों के लिए आते-जाते हैं। गश्त के दौरान जवानों ने बाड़ के पास कुछ संदिग्ध वस्तु देखी। जब वे नजदीक पहुंचे, तो पता चला कि यह एक आईईडी था, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों और स्थानीय किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए वहां रखा गया था। जवानों ने इसे निष्क्रिय करने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान एक विस्फोटक में धमाका हो गया, जिससे एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत अमृतसर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जवानों की बहादुरी
घायल होने के बावजूद, बीएसएफ के जवानों ने हिम्मत नहीं हारी और घटना स्थल को सुरक्षित करने का काम जारी रखा। उनका साहस और त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। सुबह होते ही बीएसएफ का बम निरोधक दस्ता (Bomb Disposal Squad) मौके पर पहुंचा। इस टीम ने इलाके की पूरी तरह से तलाशी ली और बाकी बचे हुए आईईडी को निष्क्रिय कर दिया। इसके परिणामस्वरूप, इलाके को पूरी तरह से सुरक्षित किया गया, और न सिर्फ बीएसएफ जवानों की जान बची, बल्कि किसानों की सुरक्षा भी सुनिश्चित हुई, जो रोजाना इस रास्ते से गुजरते हैं।
पाकिस्तान की साजिश…
यह पहली बार नहीं है जब सीमा पर इस तरह की साजिश रची गई हो। हालांकि, किसानों के रास्ते पर विस्फोटक लगाना एक नई रणनीति थी। इसके पीछे पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में धमाका करने की साजिश मानी जा रही है। बीएसएफ की सतर्कता और समय पर की गई कार्रवाई ने इस योजना को नाकाम कर दिया और एक बड़े हादसे को टाल दिया।
इस घटना ने बीएसएफ की तत्परता और साहस को उजागर किया। जवानों ने अपने जीवन को खतरे में डालकर न सिर्फ अपनी जान बचाई, बल्कि सीमा पर मौजूद स्थानीय किसानों की भी सुरक्षा की। बीएसएफ की यह कार्यवाही न सिर्फ भारतीय सीमा सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि सुरक्षा बल किसी भी खतरे से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।