3 दिन से लगातार हो रही बारिश ने मचाई तबाही… मौसम विभाग ने जारी किया ‘Red Alert’, धान की खड़ी फसल हुई बर्बाद

इसके अलावा चतरा, लोहरदगा, गुमला, खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम जिलों के कुछ हिस्सों में आज भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।

रांची : झारखंड में लगातार बारिश के बीच मौसम विभाग ने सोमवार को राज्य के गढ़वा, पलामू, लातेहार और सिमडेगा जिलों में अत्यधिक भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। इसके अलावा चतरा, लोहरदगा, गुमला, खूंटी और पश्चिमी सिंहभूम जिलों के कुछ हिस्सों में आज भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। स्थानीय मौसम कार्यालय ने अगले 48 घंटे के दौरान झारखंड में पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश से राहत मिलने की संभावना जताई है।

भारी बारिश के कारण रविवार को मुख्य रूप से चतरा, गढ़वा और लातेहार जिलों में कई पुल-पुलिया बह गए। किसानों ने कहा कि तेज हवा के साथ हुई बारिश ने कई इलाकों में धान की खड़ी फसल को भी नुकसान पहुंचाया है। रांची मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, चतरा जिले के टंडवा में सोमवार को राज्य में सबसे अधिक 163 मिमी बारिश हुई, जबकि धनबाद के मैथन में 129.4 मिमी और पूर्वी सिंहभूम के गुराबंदा में 118.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। राज्य की कई नदियों और बांधों में जलस्तर तेजी से खतरे के निशान की तरफ बढ़ रहा है।

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि तीन दिनों से लगातार बारिश के कारण स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का जलस्तर सोमवार को खतरे के निशान के करीब पहुंच गया। गुप्ता ने ‘एक्स’ पर पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त से कहा, कि ‘स्थिति के प्रति सतर्क रहते हुए पीड़ितों की पहचान करें और उन्हें सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने के साथ उनकी दवा, आवास और भोजन की व्यवस्था करें।’’ पूर्वी सिंहभूम जिले के आदित्यपुर पुल स्थल पर जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर दर्ज किया गया। गुप्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘वर्तमान जल स्तर खतरे के निशान 129 मीटर के मुकाबले 129.07 मीटर दर्ज किया गया था, जबकि मानगो पुल पर जल स्तर खतरे के निशान 121.5 मीटर के मुकाबले 118.84 मीटर दर्ज किया गया।

रांची मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने कहा, कि ‘आज के लिए गढ़वा, पलामू, लातेहार और सिमडेगा जिलों सहित उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-पश्चिम हिस्सों के लिए अत्यधिक भारी वर्षा का ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है।’’ उन्होंने खासकर उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों के निचले इलाकों में रह रहे लोगों से सतर्क रहने का आग्रह किया। आनंद ने कहा कि यह मौसम प्रणाली धीरे-धीरे पश्चिम की ओर बढ़ रही है और अगले 24 घंटे में इसके झारखंड को पार करने की संभावना है।

उन्होंने कहा, कि ‘सोमवार को व्यापक पैमाने पर वर्षा होने के आसार हैं। मंगलवार को वर्षा में कमी आएगी। मंगलवार को झारखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।’’ झारखंड में एक जून से 15 सितंबर तक 822.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि इस अवधि में यहां बारिश का समान्य स्तर 927.9 मिमी है। यानी इस अवधि के दौरान वर्षा में छह प्रतिशत की कमी दर्ज की गई।

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