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दिल्ली की गद्दी पर BJP का कब्जा… केजरीवाल और आतिशी को पहुंचा शपथ ग्रहण का न्योता

नेशनल डेस्क : दिल्ली विधानसभा के रिजल्ट तो 8 फरवरी को जारी कर दिए गए थे, पर भाजपा ने अभी तक नए सीएम के नाम का ऐलान नहीं किया है। हालांकि, बीजेपी आज शाम 7 बजे एक मीटिंग करने जा रही है, जिसमें सीएम के नाम को लेकर चर्चा होगी। इसके साथ ही यह भी तय हो जाएगा कि दिल्ली की गद्दी पर कौन राज करेगा ? बता दें किकुछ ही घंटों में बीजेपी नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाएगी और इसके बाद आधिकारिक ऐलान किया जाएगा। इस शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण पत्र भी तैयार हो चुका है, जिसे दिल्ली के मौजूदा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को भी भेजा गया है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…

 

रामलीला मैदान में होगा शपथ ग्रहण 

आपको बता दें कि दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह 20 फरवरी को दोपहर में रामलीला मैदान में आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में कई राजनीतिक हस्तियां, फिल्मी सितारे और खास मेहमान शामिल होंगे। दिल्ली के नए मुख्यमंत्री को लेकर कई नाम चर्चा में हैं, लेकिन सबसे मजबूत दावेदार प्रवेश वर्मा माने जा रहे हैं। उन्होंने नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल को हराया था। बीजेपी इस बार ऐसा चेहरा चुनना चाहती है, जो दिल्ली की राजनीति में प्रभावशाली हो और पार्टी की रणनीतियों को आगे बढ़ा सके।

झुग्गी बस्तियों और ड्राइवरों को भी मिला निमंत्रण

शपथ ग्रहण समारोह में केवल नेताओं और फिल्मी सितारों को ही नहीं, बल्कि दिल्ली की आम जनता के प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया है। झुग्गी बस्ती के अध्यक्ष, महिला और पुरुष ऑटो ड्राइवर, कैब ड्राइवर और दिल्ली के किसान नेताओं को भी इस खास समारोह में शामिल होने का न्योता दिया गया है।

नीतीश कुमार नहीं होंगे शामिल

वहीं इस खास समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल नहीं हो पाएंगे। वह फिलहाल बिहार में अपनी यात्रा में व्यस्त हैं, जिसके कारण वह दिल्ली नहीं आ पाएंगे। हालांकि, जेडीयू की ओर से कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ लल्लन सिंह समारोह में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे। इसके अलावा, बिहार के दोनों डिप्टी सीएम भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।

दिल्ली की राजनीति में बड़ा बदलाव

दिल्ली में बीजेपी के मुख्यमंत्री बनने के बाद राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि नए मुख्यमंत्री के रूप में किसका नाम घोषित किया जाएगा और वह दिल्ली के लिए किस तरह की नीतियां अपनाएंगे। बता दें कि भाजपा ने 27 साल के बाद दिल्ली की राजनीति में वापसी की है। 70 विधानसभा सीटों में से 48 सीटों पर जीत दर्ज किया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने केवल 22 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाई है। अगर बात कांग्रेस की करें तो हर बार की तरह इस बार भी कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई है।

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