चंडीगढ़ः किसानों का विरोध प्रदर्शन का आज चौथा दिन है। किसान संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया हैं, जाे सुबह से शाम 4 बजे तक बंद रहेंगा। यहां तक की सरकारी और प्राइवेट बसें भी बंद रहेंगी। एम्बुलेंस और शादी में जाने वालों और पेपर देने वाले छात्रों को छूट दी गई हैं। भारत बंद के का आम लोगों को बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता हैं। पंजाब रोडवेज, पनबस और पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बंद के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं।
बता दें, 8, 12 और 15 फरवरी को हुई पिछली 3 बैठकें बेनतीजा रही थी। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि तीसरे दौर की बैठक में “बहुत सकारात्मक” चर्चा हुई। यह निर्णय लिया गया है कि अगली बैठक, जो चौथे दौर की बैठक होगी, वह रविवार 18 फरवरी को शाम 6 बजे होगी। किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों – अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय के बीच तीसरे दौर की बैठक हुई। बैठक में हिस्सा लेने वाले किसान नेताओं में जगजीत सिंह दल्लेवाल, सरवन सिंह पंढेर और जरनैल सिंह शामिल थे।
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अमृतसर में बंद की मिल रही मिली जुली प्रतिक्रिया
अमृतसर में बंद की प्रतिक्रिया मिलीजुली रही। अमृतसर के भंडारी पुल पर किसान संगठनों की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा हैं। कई जगहों पर बाजार खुले रहे और कुछ जगहों पर दुकानें बंद रहीं। सड़क यातायात सामान्य दिनों की तरह चल रहा है, पुलिस द्वारा सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं।
अमृतसर के सीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने किसान संगठनों के साथ बैठक कर पहले ही योजना तैयार कर ली थी। अमृतसर के डीसीपी हरप्रीत मंढेर ने भंडारी ब्रिज पर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की, किसानों से कहा कि वे शांतिपूर्वक विरोध करें, किसी को भी कानून व्यवस्था की स्थिति को बाधित करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
–पंजाब रोडवेज, पनबस और पीआरटीसी कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बंद के आह्वान का समर्थन कर रहे हैं।
–लुधियाना में नहीं दिखा बंद का कोई असर, रोज की तरह खुली दुकानें, बच्चे जा रहे स्कूल, दुकानदारों ने कहा- एक दिन में होगा हजारों का नुकसान।
–किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि आंदोलन शांतिपूर्वक ढंग से जारी रहेगा। हम कोई छेड़छाड़ नहीं करेंगे।
–कपूरथला में लगभग सभी बाजार बंद नजर आ रहे हैं।
–जालंधर जाने के लिए अमृतसर बस स्टैंड पर खड़ी एक महिला यात्री ने कहा कि वह 30 मिनट से अधिक समय से बस का इंतजार कर रही है।
–पंजाब के जालंधर में भारत बंद का मिला जुला असर दिख रहा है। कई बाजार रोज की तरह खुले हैं तो वहीं कुछ पूरी तरह से बंद हैं। सड़कों पर भी यातायात की रफ्तार नहीं थमी है। इस बीच किसानों ने हाईवे बंद करने की बात कहीं है।
–शंभू बॉर्डर पर हार्ट अटैक आने से एक किसान की मौत की खबर सामने आ रही हैं, गुरदासपुर का रहने वाला किसान बताया जा रहा हैं।
–हरियाणा ने भी 15 जिलों में धारा 144 लगा दी है और किसी भी प्रदर्शन या ट्रैक्टर मार्च पर रोक लगा दी है। चंडीगढ़ में भी किसानों के मार्च से पहले धारा 144 लगा दी गई है।
किसान शुक्रवार को हरियाणा में 3 घंटे के लिए टोल प्लाजा पर करेंगे कब्जा : बीकेयू-चढ़ूनी
हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू)-चढ़ूनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि किसान दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक राज्य के सभी टोल प्लाजा पर कब्जा कर लेंगे। पंजाब की सीमाओं पर एकत्र हुए आंदोलनकारी किसानों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के विरोध में शुक्रवार को व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इस संबंध में निर्णय कुरुक्षेत्र के चढ़ूनी गांव में हरियाणा किसान संगठन की बैठक में लिया गया। प्रशासन ने एहतियाती कदम के तौर पर हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के अधिकार क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं, बल्क एसएमएस और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर दी जाने वाली सभी डोंगल सेवाओं को निलंबित कर दिया है।
चंडीगढ़ से दिल्ली तक जाने के लिए फॉलो करें ये रूट
चंडीगढ़ से दिल्ली तक, उपयुक्त भूमि मार्ग पंचकूला, बरवाला, दोसरका, बराड़ा, बाबैन, लाडवा और पिपली-कुरुक्षेत्र से होकर जाता है। राष्ट्रीय राजधानी तक पहुंचने के लिए अन्य भूमि मार्ग पंचकूला, बरवाला, यमुनानगर (एनएच-344), लाडवा, इंद्री और करनाल से होकर जाता है। दिल्ली से चंडीगढ़ जाने वाले वाहन चालक करनाल, इंद्री, लाडवा, यमुनानगर (एनएच-344), बरवाला और पंचकूला या करनाल, पिपली, लाडवा, बाबैन, बराड़ा, दोसरका, बरवाला और पंचकुला होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच सकते हैं। हिसार और सिरसा से यात्री कैथल (152-डी), पेहोवा से कुरूक्षेत्र, बाबैन, बराड़ा, दोसरका और बरवाला होते हुए पंचकुला पहुंच सकते हैं। इसी प्रकार, रेवाड़ी, नारनौल और जींद से आने वाले यात्री कैथल से पेहोवा, कुरुक्षेत्र, लाडवा, बबैन, बराड़ा और दोसरका होते हुए पंचकूला पहुंच सकते हैं। किसी भी कठिनाई की स्थिति में वे सहायता के लिए 112 पर डायल कर सकते हैं।