नई दिल्ली : संसद के शीतकालीन अधिवेशन को खत्म होने में केवल तीन दिन रह गए हैं और इस दौरान आज लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। विपक्ष ने आरोप लगाया कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का अपमान किया गया है, जिस पर विरोध जताते हुए सदन में तीखी नारेबाजी और हंगामा हुआ। इसके कारण दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
वहीं इससे पहले, दोनों सदनों में संविधान पर चर्चा हुई थी। लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्यसभा में गृहमंत्री अमित शाह ने संविधान के महत्व और विभिन्न मुद्दों पर अपना जवाब दिया। हंगामे के बावजूद, संविधान पर चर्चा महत्वपूर्ण रही, जिसमें सरकार ने अपने दृष्टिकोण को रखा।
दरअसल, लोकसभा में आज आंबेडकर मुद्दे पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, जिसके चलते कार्यवाही शुरू होते ही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई। यह हंगामा मंगलवार को राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक बयान के बाद हुआ। शाह के बयान को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई और इसे आंबेडकर का अपमान बताया। राज्यसभा में भी इस मुद्दे पर नारेबाजी हुई, जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही भी दो बजे तक स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में संविधान पर बहस के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, “डॉ. बीआर अंबेडकर जी संविधान के निर्माता हैं, संविधान उन्होंने बनाया है। ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह का अपमानजनक बयान अक्षम्य है। कांग्रेस के लोग डॉ. बीआर अंबेडकर का अपमान नहीं सहेंगे।” प्रमोद तिवारी के इस बयान के बाद राज्यसभा में भारी हंगामा हुआ और सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई।