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action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114लखनऊ/प्रयागराज : महाकुंभ 2025 को भव्य और दिव्य बनाने के साथ ही योगी सरकार दुनिया के सबसे बड़े आयोजन को पूरी दुनिया के सामने मिसाल के रूप में भी प्रस्तुत करने जा रही है। करीब दो माह तक चलने वाले इस बड़े आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के साथ ही इस बार कुंभ 2019 की तर्ज पर कई बड़े वल्र्ड रिकॉर्डस भी बनाए जाएंगे। ये रिकॉर्डस कुंभ 2019 में बनाए गए रिकॉर्डस में सुधार करेंगे और सार्वजनिक गतिविधियों में जनभागीदारी की भावना को प्रोत्साहित करेंगे।
2019 में जहां इन गतिविधियों पर योगी सरकार ने 3.5 करोड़ रुपए खर्च किए थे तो वहीं इस बार 5 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है। इन रिकॉर्डस के जरिए योगी सरकार पूरे विश्व को ग्रीन और स्वच्छ महाकुंभ का संदेश भी देगी। योगी सरकार ने महाकुंभ-2025 के अवसर पर लोगों की सहभागिता को सुनिश्चित करने के लिए व्यापक पैमाने पर तैयारियां की हैं। इसी क्रम में जनसहभागिता के माध्यम से चार गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड भी स्थापित किए जाने की योजना है।
इन सभी गतिविधियों को वल्र्ड रिकॉर्ड के रूप में स्थापित करने के लिए योगी सरकार की ओर से कुल 4.87 करोड़ रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है। इसमें गतिविधियों के प्रबंधन पर 2.25 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जबकि अन्य विकास कार्यों पर भी 1.62 करोड़ रुपए का खर्च किया जाएगा। इससे पूर्व 2019 कुंभ में भी कई बड़े वल्र्ड रिकॉर्डस स्थापित किए गए थे, जिन पर योगी सरकार ने 3.53 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि खर्च की थी। इस तरह महाकुंभ 2025 में विभिन्न रिकॉर्डस के लिए आयोजित होने वाली गतिविधियों में 1.25 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च की जाएगी।
कुंभ 2019 में योगी सरकार द्वारा सर्वाधिक हैंड पिंट्र पिंट्रिंग का रिकॉर्डस स्थापित किया गया था। उस दौरान 8 घंटे में 60 फीट के कैनवास पर 7,664 लोगों द्वारा हस्ताक्षर पेंटिंग में योगदान दिया गया था। यह रिकॉर्ड एक सामुदायिक भागीदारी गतिविधि थी, जिसमें दुनिया भर के लोगों ने भाग लिया। इस गतिविधि ने दक्षिण कोरिया द्वारा बनाए गए 4,675 हस्ताक्षरों के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ा। महाकुंभ 2025 में योगी सरकार ने इस गतिविधि में 10 हजार लोगों को सम्मिलित कर नया रिकॉर्ड स्थापित करने की योजना बनाई है।
इसी तरह कुंभ 2019 में योगी सरकार की ओर से मेला क्षेत्र में 28 फरवरी 2019 को सबसे बड़ी बस परेड का आयोजन किया गया था। प्रयागराज मेला प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की परिवहन क्षमता के कुशल प्रबंधन को प्रदर्शति करने के लिए इस गतिविधि के माध्यम से 503 बसों के बेड़े ने शानदार परेड निकाली थी, जिसने सभी का ध्यान आकर्षति किया था। इसने अबू धाबी द्वारा बनाए गए 390 बसों के पिछले रिकॉर्ड को ध्वस्त किया था। महाकुंभ 2025 में ग्रीन एनर्जी और हेल्दी एनवायरनमेंट के प्रति जागरूकता संदेश देने के लिए एक हजार इलेक्ट्रिक रिक्शा (ई-रिक्शा) की परेड निकालने की योजना है।
कुंभ 2019 में घाटों और मेला क्षेत्र की एक साथ सफाई को लेकर भी रिकॉर्ड स्थापित किया गया था, जो योगी सरकार की स्वच्छता और कचरा निपटान प्रणाली के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उस दौरान 10,180 लोगों ने इसमें सहभागी बनकर एक ही समय में कई स्थानों पर सफाई अभियान चलाया, जो गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ।
महाकुंभ 2025 में इस रिकॉर्ड को भी तोड़ने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। योजना के अनुसार इस बार 15 हजार लोग एक साथ मेला क्षेत्र के विभिन्न स्थानों और घाटों पर सफाई अभियान चलाएंगे। स्वच्छता के इस कार्यक्रम में एक और नया रिकॉर्ड स्थापित किया जाएगा, जिसके तहत 300 लोग एक साथ नदी में उतरेंगे और सफाई अभियान को अंजाम देंगे।