खेल डेस्क: भारतीय भारोत्तोलन की मशहूर खिलाड़ी और टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू को भारतीय भारोत्तोलन महासंघ (IWLF) के एथलीट आयोग का अध्यक्ष चुना गया है। यह चुनाव मंगलवार को हुआ, जिसमें मीराबाई को सभी खिलाड़ियों ने समर्थन दिया।
खिलाड़ियों की आवाज उठाना गर्व की बात: मीराबाई
मीराबाई ने इस नई ज़िम्मेदारी को गर्व का मौका बताया। उन्होंने कहा, “मैं सभी खिलाड़ियों की ओर से आवाज़ उठाने और उनकी समस्याओं को सामने रखने का काम पूरी ईमानदारी से करूंगी। मुझे भरोसा है कि हम बिना किसी बाहरी दबाव के अपने खेल पर फोकस कर सकें, इसके लिए मैं हर स्तर पर प्रयास करूंगी।”
मीराबाई चानू का करियर:
– मीराबाई चानू ने टोक्यो ओलंपिक 2020 में 49 किलोग्राम वर्ग में 210 किलोग्राम वजन उठाकर रजत पदक जीता था। वह ओलंपिक में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय भारोत्तोलक हैं।
– मीराबाई का जन्म मणिपुर राज्य में हुआ था।
– वह दो बार कॉमनवेल्थ गेम्स (2018 और 2022) में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
– उन्होंने 2017 में विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड और 2022 में सिल्वर मेडल जीता।
– मीराबाई ने राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप में भी तीन स्वर्ण और एक रजत पदक अपने नाम किए हैं।
हाल की चुनौतियां:
– पेरिस ओलंपिक 2024 की दौड़ में मीराबाई पदक जीतने की दावेदार थीं, लेकिन मासिक धर्म के दौरान कमजोरी के चलते वह पदक नहीं जीत सकीं।
– उनका सपना था कि 2023 एशियाई खेलों में पदक जीतें, लेकिन कूल्हे में चोट लगने की वजह से वह चौथे स्थान पर रहीं।
अब एथलीट आयोग की अध्यक्ष बनने के बाद मीराबाई सिर्फ एक खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि सभी भारोत्तोलकों की आवाज़ बनकर उभरेंगी।