वाशिम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पोहरादेवी में जगदंबा माता मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने वाशिम में संत सेवालाल महाराज और संत रामराव महाराज की समाधियों पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पोहरादेवी महाराष्ट्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। प्रधानमंत्री मोदी ने पांच मंजिला बंजारा विरासत संग्रहालय का उद्घाटन किया, जो बंजारा समुदाय की समृद्ध धरोहर के बारे में है। पीएम मोदी शनिवार सुबह नांदेड़ हवाई अड्डे पहुंचे, जहां भाजपा नेता अशोक चव्हाण ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री का यह महाराष्ट्र का एक दिवसीय दौरा है। नांदेड़ से वह हेलीकॉप्टर से पोहरादेवी गए। वाशिम के बाद वह ठाणे और मुंबई जाएंगे, जहां वह कई बुनियादी ढांचे से जुड़े प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे।
Banjara Virasat Museum in Poharadevi is a commendable effort to celebrate Banjara culture. Happy to have inaugurated it. I urge all those who are passionate about history and culture to visit the museum. pic.twitter.com/HbgVHszIPV
— Narendra Modi (@narendramodi) October 5, 2024
इसके बाद एक सार्वजनिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री कृषि और पशुपालन से जुड़े लगभग 23,300 करोड़ रुपये के कई योजनाओं की शुरुआत करेंगे। किसानों को सशक्त बनाने के अपने वादे के तहत प्रधानमंत्री लगभग 9.4 करोड़ किसानों को 20,000 करोड़ रुपये की 18वीं किस्त प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत वितरित करेंगे। इस 18वीं किस्त के साथ, किसानों को अब तक कुल 3.45 लाख करोड़ रुपये वितरित किए जा चुके हैं।
प्रधानमंत्री 1,920 करोड़ रुपये से अधिक के कृषि इंफ्रास्ट्रर फंड (एआईएफ) के तहत 7,500 से अधिक परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पति करेंगे। इनमें मुख्य रूप से कस्टम हायरिंग सेंटर्स, प्रोसेसिंग यूनिट्स, वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज और फसल के बाद की व्यवस्थाओं से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। प्रधानमंत्री 1,300 करोड़ रुपये के टर्नओवर वाली 9,200 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओएस) को भी राष्ट्र को समर्पति करेंगे।
वह मवेशियों के लिए यूनिफाइड जीनोमिक चिप और स्वदेशी सेक्स-सॉर्टेड सीमेन तकनीक भी लॉन्च करेंगे। इस पहल का मकसद किसानों को सस्ती कीमतों पर सेक्स-सॉर्टेड सीमेन उपलब्ध कराना है और इसकी कीमत प्रति डोज लगभग 200 रुपये तक कम करना है। गायों के लिए ‘गौचिप‘ और भैंसों के लिए ‘महिषचिप‘ विकसित की गई हैं, साथ ही जीनोटाइपिंग सेवाएं भी दी जा रही हैं। इसके जरिए जीनोमिक चयन का इस्तेमाल कर कम उम्र में ही अच्छे गुणवत्ता वाले बैलों की पहचान की जा सकेगी। इसके अलावा, वह महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री सौर कृषी वाहिनी योजना – 2.0 के तहत 19 मेगावाट क्षमता वाले पांच सोलर पार्क भी समर्पित करेंगे। कार्यक्रम के दौरान, वह मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना के लाभार्थयिों को भी सम्मानित करेंगे।