नई दिल्लीः भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है, ये हम नहीं कह रहे हैं, दरअसल हिंडनबर्ग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, हैं, कि “भारत में कुछ जल्द ही बड़ा”, जिसके बाद इस पाेस्ट ने सनसनी मचा दी है। पिछले साल जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें अदानी समूह पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया गया, जिससे कंपनी के शेयर मूल्य में महत्वपूर्ण गिरावट आई। उस समय समूह ने इन दावों को खारिज कर दिया था। हिंडनबर्ग की इस पाेस्ट के बाद पूरे बाजार में सनसनी फैले गई हैं, कि अब कौन सा खुलासा हाेने वाला हैं।
Something big soon India
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) August 10, 2024
हिंडनबर्ग रिपोर्ट में समूह द्वारा स्टॉक में हेरफेर और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया। मामला इस आरोप से जुड़ा है कि अडानी ने अपने शेयर की कीमतें बढ़ा दी थीं। इन आरोपों के प्रकाशित होने के बाद अदानी समूह की विभिन्न कंपनियों के शेयरों में कथित तौर पर 100 बिलियन डॉलर से अधिक की भारी गिरावट आई। अदानी समूह ने हिंडनबर्ग शोध रिपोर्ट में सभी आरोपों से इनकार किया है।
सेबी ने हिंडनबर्ग पर “गैर-सार्वजनिक” और “भ्रामक” जानकारी का उपयोग करने और अदानी समूह के शेयरों में “मिलीभगत” से “अनुचित” लाभ कमाने का आरोप लगाया था। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने हिंडनबर्ग को दिए अपने 46 पेज के कारण बताओ नोटिस में विस्तार से बताया है कि कैसे अमेरिकी शॉर्ट सेलर, न्यूयॉर्क हेज फंड और कोटक महिंद्रा बैंक से जुड़े ब्रोकर को 150 अरब डॉलर से अधिक के निवेश से फायदा हुआ। फर्म ने रिपोर्ट सामने आने से पहले अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) में शॉर्ट पोजीशन स्थापित करने के लिए $43 मिलियन आवंटित करके एक रणनीतिक कदम उठाया। इसके बाद, किंगडन कैपिटल ने इन पोजीशन को सफलतापूर्वक बंद कर दिया, जिससे $22.25 मिलियन का लाभ हुआ।