बिहार : BPSC छात्रों के द्वारा लगातार 11 वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा। छात्र अपनी मांगों को लेकर डटे हुए है। उनका कहना है कि BPSC 70 वीं पीटी परीक्षा को आयोग रद्द कर दें। वहीं इस धरने में छात्र बढ़- चढ़कर हिस्सा ले रहे है। ताकि सरकार उनकी बात को सुने। हालांकि आज जनसुराज के संस्थापक और रणनीतिकार प्रशांत किशोर धरनास्थल पर पहुंचे और अभ्यार्थियों से बातचीत की। जिसके बाद अब यह तय किया गया कि कल प्रशांत किशोर छात्रों के समस्याओंं को लेकर गांधी मैदान में छात्र संसद का आयोजन करेंगे। इसके साथ ही छात्रों की समस्याओं को लेकर बात करेंग।
गांधी मैदान में होगा अगला धरना
आपको बता दे कि अब यह तय हुआ है कि कल से (रविवार, 31 दिसंबर) धरना प्रदर्शन पटना के गांधी मैदान में होगा। यह धरना प्रदर्शन गांधी मूर्ति के नीचे, दोपहर 12 बजे से शुरू होगा। इसे “छात्र संसद” का नाम दिया गया है। प्रशांत किशोर ने इस बदलाव के बारे में कहा कि वे अभ्यर्थियों का समर्थन करते हैं और कल गांधी मैदान में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा, “यह बच्चों के भविष्य का सवाल है। बिहार में कोई भी परीक्षा बिना पेपर लीक के नहीं होती है। हम इस समस्या को हमेशा के लिए खत्म करना चाहते हैं।”
#WATCH | Patna, Bihar: Jan Suraj chief Prashant Kishore joins Bihar Public Service Commission (BPSC) aspirants who are sitting on protest demandingre-examination of the 70th BPSC exam pic.twitter.com/yjimcH7o8S
— ANI (@ANI) December 28, 2024
यहां कोई जुलूस मार्च नहीं है…
प्रशांत किशोर ने पत्रकारों से चर्चा की दौरान कहा, ‘शनिवार दोपहर 12 बजे तक का समय सरकार को दिया गया था कि वह प्रदर्शनकारी बच्चों से आकर मिले। अभी मैं इनसे उनका विचार जानने आया हूं कि उनका मंतव्य क्या है। यहां कोई जुलूस मार्च नहीं है, मैं सिर्फ बच्चों से बात करने आया हूं।
आगामी योजना और रणनीति
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि अब यह तय करना होगा कि यह लड़ाई कैसे आगे बढ़ेगी। छात्र संसद में शिक्षाविद, छात्र और उनके परिवार वाले भी शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यह एक लंबी लड़ाई हो सकती है, जिसके लिए बड़ी रणनीति की जरूरत होगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस को डराने की कोशिश नहीं करनी चाहिए और उनके पार्टी के लोग छात्रों का बचाव करेंगे। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार को लाठी तंत्र नहीं चलाने देना चाहिए। इससे पहले जन सुराज ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा था जिसमें कहा गया था, ‘स्वयं परीक्षार्थयिों के प्रतिनिधिमंडल से बात करें और उनकी मांगों पर न्यायसंगत निर्णय लें
परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर धरने पर बैठे है…
दरअसल, 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में प्रदेश की राजधानी पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र में प्रश्न पत्र लीक होने की अफवाह फैल गई थी, जिसके बाद सैकड़ों उम्मीदवारों ने विरोध दर्ज कराने के लिए परीक्षा का बहिष्कार भी किया था। बीपीएससी ने दावा किया कि ऐसी अफवाह फैलाने वाले असामाजिक तत्व थे। हालांकि, बीपीएससी ने बापू परिसर में आयोजित परीक्षा रद्द कर दी और फिर से परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया है।
छात्र पूरी परीक्षा को रद्द कराने की मांग को लेकर पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठे हुए हैं। दूसरी तरफ, बीपीएससी ने साफ कर दिया है कि अन्य केंद्रों में परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी। बीपीएससी परीक्षा को लेकर सियासत भी गर्म है। विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह भी धरना स्थल पहुंचकर छात्रों का समर्थन कर चुके हैं। पूर्णयिा के निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर बिहार बंद की घोषणा की है।