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Budget Session 2025 के पहले राष्ट्रपति का अभिभाषण : देश तेज गति से निर्णय ले रहा, 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले

नेशनल डेस्क :  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए संसद पहुंचीं, जो बजट सत्र की शुरुआत का प्रतीक है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 31 जनवरी, 2025 को भारतीय संसद का दौरा किया। उनका यह दौरा खास होता है, क्योंकि वह दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करने.

नेशनल डेस्क :  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए संसद पहुंचीं, जो बजट सत्र की शुरुआत का प्रतीक है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 31 जनवरी, 2025 को भारतीय संसद का दौरा किया। उनका यह दौरा खास होता है, क्योंकि वह दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करने के लिए पहुंची है। यह संसद के बजट सत्र की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। सबसे पहले उन्होंने संविधान के निर्माताओं को नमन किया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भाषण – प्रमुख बिंदु इस प्रकार है…

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने भाषण के दौरान कई महत्वपूर्ण और सकारात्मक पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने देश की तरक्की, सरकार की योजनाओं और लोगों की भलाई के लिए किए गए प्रयासों का जिक्र किया।

महाकुंभ हादसे पर दुख

राष्ट्रपति ने सबसे पहले महाकुंभ हादसे पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने इस हादसे में प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उनके जल्द ठीक होने की कामना की।

युवाओं के लिए रोजगार और इंटर्नशिप

राष्ट्रपति ने अपने भाषण में युवाओं को रोजगार और इंटर्नशिप के अवसर देने की बात की। सरकार ने युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में अवसर प्रदान किए हैं, ताकि वे अपने कौशल को बेहतर तरीके से इस्तेमाल कर सकें और अपने भविष्य को संवार सकें।

तेज़ गति से निर्णय लेने की प्रक्रिया

उन्होंने कहा कि देश आज तेजी से निर्णय ले रहा है और विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। यह इस बात का संकेत है कि भारत अपने विकास को प्राथमिकता दे रहा है और हर कदम पर तेजी से निर्णय लिया जा रहा है।

विकास का लाभ अंतिम पायदान तक

राष्ट्रपति ने बताया कि सरकार ने विकास का लाभ हर नागरिक तक पहुँचाया है, और 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार का संकेत देती है।

मध्यम वर्ग को लोन और सब्सिडी

मध्यम वर्ग के लोगों को घर खरीदने के लिए लोन और सब्सिडी दी गई है, जिससे उनके लिए अपने सपनों का घर पाना आसान हुआ है। यह पहल आर्थिक मजबूती और सामाजिक समृद्धि को बढ़ावा देने का एक अहम कदम है।

बेटियों की उपलब्धियाँ

राष्ट्रपति ने भारतीय बेटियों की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि आज भारतीय बेटियाँ ओलंपिक में मेडल जीत रही हैं। यह दर्शाता है कि महिलाएं हर क्षेत्र में पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं और अपनी मेहनत से नाम कमा रही हैं। राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि आज महिलाएं पहले से कहीं अधिक सशक्त हो रही हैं। वे अब प्लेन उड़ा रही हैं और विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान दे रही हैं। यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

AI में अग्रणी

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि आज भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को अपनाने में सबसे आगे है। यह तकनीकी विकास की दिशा में भारत की प्रगति को दर्शाता है और भविष्य में तकनीकी क्षेत्र में भारत के नेतृत्व की संभावना को उजागर करता है।

किसानों के लिए योजनाएं

कृषि क्षेत्र के लिए सरकार ने कई योजनाएं लागू की हैं, जो किसानों की सहायता करती हैं और उनके जीवनस्तर में सुधार लाने का काम करती हैं। इन योजनाओं से किसानों को वित्तीय सहायता, तकनीकी मदद और बेहतर खेती के तरीके मिलते हैं।

खेलों में प्रगति

भारत में खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने कई योजनाओं को लागू किया है। “खेलों इंडिया” जैसे कार्यक्रमों ने युवा खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के अवसर दिए हैं।

मातृ भाषा में शिक्षा

राष्ट्रपति ने मातृ भाषा में शिक्षा के अवसरों की उपलब्धता का भी उल्लेख किया। यह पहल बच्चों को उनकी अपनी भाषा में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देती है, जिससे उनके सीखने की प्रक्रिया और अधिक प्रभावी होती है।

टैक्स व्यवस्था का सरलीकरण

अंत में, राष्ट्रपति ने सरकार द्वारा टैक्स व्यवस्था को आसान बनाने की बात की। इससे आम नागरिकों और व्यवसायों को अपनी टैक्स जिम्मेदारियों को सही तरीके से निभाने में मदद मिलती है और इसे लेकर कोई भ्रम नहीं होता। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का भाषण देश के विकास, महिलाओं और युवाओं की भूमिका, और सरकार द्वारा किए गए विभिन्न सुधारों को उजागर करता है। यह भारत की प्रगति को दर्शाता है और आने वाले समय में और बेहतर बदलाव की उम्मीद को व्यक्त करता है।

नॉर्थ ईस्ट राज्यों के लिए सरकार के प्रयास

राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार ने नॉर्थ ईस्ट के राज्यों के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इन राज्यों में दिलों की दूरी को खत्म किया गया है और शांति के कई समझौते हुए हैं। इसके अलावा, पूर्वी राज्यों के विकास के लिए योजनाओं की शुरुआत की गई है। अंडमान-निकोबार और लक्षद्वीप में भी कई विकास योजनाएं शुरू की गई हैं। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद एक नया विकास वातावरण बना है, और वहां के लोकसभा और विधानसभा चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हुए हैं।

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि हम अगर एकजुट होकर काम करेंगे, तो हमारी आने वाली पीढ़ियां 2047 तक एक समृद्ध और विकसित भारत देख सकेंगी।

आदिवासियों के लिए सरकार की योजनाएं

राष्ट्रपति ने आदिवासी समुदाय के लिए सरकार द्वारा किए गए प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जब हम राष्ट्र के विकास की बात करते हैं, तो इसमें वंचित और गरीब आदिवासियों का भी योगदान शामिल है। सरकार ने आदिवासी समुदाय को प्राथमिकता दी है और उनके लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।

  • एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूल: इन स्कूलों में लाखों आदिवासी बच्चों को शिक्षा मिल रही है।
  • 30 नए मेडिकल कॉलेज: आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए 30 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं।
  • जनजातीय गौरव दिवस: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को पूरे देश में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।

मिशन गगनयान और अंतरिक्ष क्षेत्र की उपलब्धियां

राष्ट्रपति ने मिशन गगनयान का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत का गगनयान मिशन एक ऐतिहासिक कदम है। इस मिशन के तहत एक भारतीय अंतरिक्ष में जाएगा, जो भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक नया अध्याय जोड़ेगा। इसके अलावा, भारत ने अपने स्पेस स्टेशन का मार्ग आसान किया है और इसरो ने 100 सफल लॉन्च किए हैं। राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि भारत ने सैटेलाइटों को स्थापित किया है और राष्ट्रीय स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई है। शतरंज जैसे खेलों में भी भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है। दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए भी सुविधाएं बढ़ाई गई हैं, और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए 50,000 करोड़ रुपए के तहत संस्थानों की स्थापना की गई है। इसके अलावा, इंडिया मिशन AI शुरू किया गया है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में भारत को आगे बढ़ाएगा।

महिलाओं के लिए आरक्षण और सरकार के कदम

राष्ट्रपति ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए किए गए महत्वपूर्ण कदमों का जिक्र किया। उन्होंने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के तहत लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण को एक बड़ा कदम बताया। इसके अलावा, सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए स्वयं सहायता समूह की योजना शुरू की है, जिसमें 10 करोड़ महिलाओं को जोड़ा गया है।

  • लखपति दीदी योजना: 1 करोड़ से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं, और सरकार का लक्ष्य इसे 3 करोड़ तक बढ़ाने का है।
  • ड्रोन दीदी योजना: महिलाओं को ड्रोन संचालन की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि वे इस क्षेत्र में भी अपनी पहचान बना सकें।

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि आज की भारतीय महिलाएं लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं, कंपनियों का नेतृत्व कर रही हैं, और ओलंपिक में मेडल जीतकर देश का मान बढ़ा रही हैं। राष्ट्रपति ने यह स्पष्ट किया कि सरकार ने नॉर्थ ईस्ट राज्यों, आदिवासियों, महिलाओं और युवा पीढ़ी के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं बनाई हैं, जो देश के समग्र विकास में योगदान दे रही हैं। साथ ही, भारत की अंतरिक्ष, खेल और अन्य क्षेत्रों में प्रगति से देश की ताकत और शक्ति बढ़ी है।

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