बिहार डेस्क : बिहार में 2025 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक हलचल बढ़ चुकी है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच पोस्टर वॉर अब और भी तीव्र हो गया है। पटना में अब नए और अनोखे पोस्टर देखने को मिल रहे हैं, जिनमें QR कोड्स शामिल हैं। इस QR को स्कैन करने पर एक वेबसाइट “भूलेगा नहीं बिहार डॉट कॉम” खुलती है, जो आरजेडी के कार्यकाल को लेकर कई बड़े सवाल खड़े करती है। आइए जानते है इस पोस्टर वार खबर को विस्तार से…
“भूलेगा नहीं बिहार” वेबसाइट पर संदेश
आपको बता दें कि वेबसाइट पर लालू यादव और उनके परिवार की तस्वीरें नजर आती हैं, और इसके साथ ही एक गाना भी बजता है। इस वेबसाइट पर जो संदेश दिया गया है, वह काफी तीखा है – ‘जंगलराज का अत्याचार, भूलेगा नहीं बिहार’। यह वेबसाइट आरजेडी के शासनकाल की कड़ी आलोचना करती हुई प्रतीत होती है और विपक्ष इसे सत्ता पक्ष के खिलाफ एक जोरदार प्रचार अभियान के रूप में देख रहा है।
राबड़ी देवी पर निशाना
इसी बीच, कुछ दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता राबड़ी देवी के आवास के बाहर पोस्टर लगाए गए। इन पोस्टरों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए लिखा था, ‘तुम तो धोकेबाज हो, वादा करके…एनआरसी पर हम तुम्हारे साथ नहीं, वक्फ पर तो बिल्कुल भी साथ नहीं। वोट लेंगे तुम्हारा लेकिन साथ नहीं देंगे।’ ये पोस्टर वक्फ और एनआरसी जैसे संवेदनशील मुद्दों पर आधारित थे और नीतीश कुमार की नीतियों पर सवाल उठा रहे थे।
#WATCH | Patna, Bihar: Posters targeting Chief Minister Nitish Kumar on Waqf and NRC installed outside the residence of former CM and RJD leader Rabri Devi pic.twitter.com/rOZT9HQFLe
— ANI (@ANI) March 25, 2025
लालू यादव के खिलाफ पोस्टर
इससे पहले भी बिहार में कई पोस्टर देखे गए थे, जिनमें एक खास पोस्टर लालू यादव के आवास के बाहर देखा गया था। उस पोस्टर में लिखा था, ‘ना झुका हूं, ना झुकूंगा, टाइगर अभी जिंदा है।’ यह पोस्टर तब लगाया गया था जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव और मीसा भारती को नोटिस भेजा था। इस पोस्टर में लालू यादव की राजनीति के प्रति दृढ़ता और उनका संघर्ष दर्शाया गया था।
राजनीतिक माहौल में उबाल
इस पोस्टर वॉर ने बिहार के राजनीतिक माहौल को और भी गरम कर दिया है। विपक्षी दलों और सत्ता पक्ष के बीच इस तरह के पोस्टरों के जरिए एक-दूसरे पर वार किए जा रहे हैं, जो चुनावों की ओर बढ़ते हुए और भी अधिक तीव्र हो सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावों में यह पोस्टर वॉर किस हद तक प्रभाव डालता है और बिहार की राजनीति में इसका क्या असर होता है।