Republic Day Parade 2025; नेशनल डेस्क : भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, और इस अवसर पर कर्तव्य पथ पर एक शानदार परेड आयोजित की गई। इस साल की परेड में भारत के संविधान की झांकी प्रमुख आकर्षण रही, जो देश की विरासत, विकास और भविष्य के लिए मार्गदर्शन देने वाली महत्वपूर्ण आधारशिला के रूप में प्रस्तुत की गई। जब संविधान की झांकी कर्तव्य पथ पर पहुंची, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अत्यधिक उत्साहित नजर आए। उन्होंने खुशी से हाथ लहराए और झांकी का स्वागत किया।
संविधान की झांकी: न्याय, समानता और स्वतंत्रता
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत की गई झांकी में भारत के संविधान के प्रति सम्मान व्यक्त किया गया। इसमें संविधान के मूल तत्वों न्याय, समानता और स्वतंत्रता को दर्शाया गया। यह दिखाने की कोशिश की गई कि कैसे भारतीय संविधान देश को एकजुट, प्रगतिशील और समावेशी समाज के रूप में आकार दे रहा है।
संविधान की प्रतिकृति और 75वीं वर्षगांठ का जश्न
संविधान की झांकी का मुख्य आकर्षण संविधान की प्रतिकृति थी, जो कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित की गई। इसमें संविधान को अंगीकार किए जाने के 75 साल पूरे होने का संकेत भी दिया गया। इसके अलावा, संविधान की प्रस्तावना को हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया। झांकी के किनारों पर ऐसी कलाकृतियां थीं जो भारत की विविधता और गतिशीलता को दर्शाती थीं।
“वी द पीपुल” और संविधान की भूमिका
झांकी में “वी द पीपुल” (हम लोग) शिलालेख को प्रमुखता से दिखाया गया, जिससे यह बताया गया कि भारतीय संविधान देश की पहचान को परिभाषित करता है और समाज के विभिन्न हिस्सों को एक सूत्र में पिरोता है। यह शिलालेख देश के संविधान की शक्ति और महत्व को स्पष्ट करता है।
प्रधानमंत्री मोदी का उत्साह
जब संविधान की झांकी कर्तव्य पथ पर पहुंची, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अत्यधिक उत्साहित नजर आए। उन्होंने खुशी से हाथ लहराए और झांकी का स्वागत किया। यह दृश्य उन लोगों के लिए बहुत खास था, जो भारतीय संविधान और इसके महत्व को समझते हैं।
गणतंत्र दिवस की मुख्य शुरुआत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत करते हुए कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया। इसके बाद, हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई, जिससे पूरे पथ पर एक उत्सव का माहौल बन गया। इसके बाद, सेना के जवानों ने अपनी बहादुरी और करतबों का प्रदर्शन किया, जिससे भारत की सैन्य ताकत का अहसास हुआ।
परेड में झांकियां और मुख्य विषय
इस वर्ष के गणतंत्र दिवस समारोह का मुख्य विषय संविधान की 75वीं वर्षगांठ है। परेड में विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां और केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और संगठनों की 15 झांकियां प्रदर्शित की जा रही हैं। इस साल झांकियों का विषय ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ रखा गया है, जो भारत की समृद्ध विरासत और तेज़ी से हो रहे विकास को दर्शाता है।
भारत की ताकत का प्रदर्शन
गणतंत्र दिवस परेड में भारत ने दुनिया को अपनी ताकत और आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया। यह न केवल सैन्य शक्ति का प्रतीक था, बल्कि भारतीय संस्कृति, धरोहर और समृद्धि का भी एक खूबसूरत चित्रण था।