Special News: G20: भारत दुनिया की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयार

जी20 शिखर सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों की दिखेगी संस्कृतिक झलक नई दिल्लीः नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया है। यहां विदेश से आए विशेष मेहमानों को भारत की सांस्कृतिक झलक दिखाने के लिए प्रगति मैदान में क्रॉफ्ट मार्केट लगाया गया है।जिसमें देश के विभिन्न राज्यों की शिल्प की प्रदर्शनी.

जी20 शिखर सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों की दिखेगी संस्कृतिक झलक
नई दिल्लीः नई दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया है। यहां विदेश से आए विशेष मेहमानों को भारत की सांस्कृतिक झलक दिखाने के लिए प्रगति मैदान में क्रॉफ्ट मार्केट लगाया गया है।जिसमें देश के विभिन्न राज्यों की शिल्प की प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इस बाजार में वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्‍ट के तहत भारत में बनने वाले बेहतरी प्रोडक्‍ट देखने को मिलेंगे। ये क्रॉफ्ट बाजार डेलीगेट और विदेशी मीडिया के लिए विशेष तौर लगाया गया है। इसमें सभी राज्‍यों की प्रमुख चीजों को प्रदर्शित किया गया है। इनमें ट्राफेड, सेंट्रल कॉटेज इंडस्‍ट्रीज, खादी ग्रामोद्योग, सरस आजीविका, नेशनल बैंबू मिशन, नेशनल सिड्यूल कॉस्‍ट फाइनेंस, नेशनल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन जैसी संस्‍थाए भी क्राफ्ट बाजार में नजर आ रहे है। इसमें उत्‍तर भारत से कश्‍मीर का पेपर मैक, पश्चिम से राजस्‍थान का लाक की चूडि़यां, पूर्व में बिहार से मधुबनी पेंटिंग, दक्षिण में तमिलनाडु से तंजावुर पेंटिंग, वेस्‍ट में गुजरात से लिप्‍पॉन पेंटिंग, गुजरात का मड मिरर वर्क, गोआ का क्रॉटेच, राजस्‍थान का बंधेज सहित कई राज्‍यों का अलग-अलग सामान क्राफ्ट बाजार में देखने को मिल रहा है।


कल्चरल कॉरिडोर
कल्चरल कॉरिडोर में मेहमानों को हर देश की सांस्कृतिक विरासत को एक साथ एक जगह देखने को मिलेगा। 10 हजार वर्ग फुट के मंडपम के करीब 30 फिसदी हिस्से में इस कॉरिडोर को तैयार किया गया है। जिसके तहत 20 देशों के अलावा आमंत्रित 9 देशों से उनकी सांस्कृतिक महत्व और पहचान को प्रदर्शित किया जा रहा है। आसान भाषा में इसे ऐसे समझ सकते हैं कि भारत की संस्कृति और विरासत की झलक देखने को तो मिलेगा ही साथ में 29 देशों के फिजिकल और डिजिटल फॉर्म में उनकी पहचान, सांस्कृतिक विरासत और लोकतंत्र से जुड़ी चीजें भी प्रदर्शित की जा रही है।

डिजिटल इंडिया एक्सपीरियंस जोन
डिजिटल इंडिया एक्सपीरियंस जोन हॉल 4 और हॉल 14 में स्थापित किया जा रहा है। यह जोन विदेशी मेहमानों को हमारे देश के कार्यान्वित की जा रही प्रौद्योगिकी शक्ति को और करीब से जानने का मौका दे रहा है। यह ज़ोन डिजिटल इंडिया की महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में अहम जानकारी प्रदान कर रहा है। इसके तहत आधार, डिजीलॉकर, यूपीआई, ईसंजीवनी, दीक्षा, भाषिनी, ओएनडीसी, आस्क गीता शामिल हैं। आस्क गीता–मार्गदर्शन, प्रेरणा, परिवर्तन और कार्रवाई – भगवद गीता के प्राचीन ज्ञान को अत्याधुनिक एआई तकनीक के साथ जोड़ा गया है। इस जोन में माईजीओवी, कोविन, उमंग, जनधन, ई- नेम, जीएसटी, फास्टटैग और सरकार की ऐसी अन्य पहल भी शामिल है।

आरबीआई पवेलियन
इस खास मौके पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया भी अपना दमखम दिखाने को तैयार है। भारत मंडपम में आरबीआई की ओर से शानदार पैवेलियन तैयार कर किया गया है। आरबीआई अपने पैवेलियन में फाइनेंशियल सेक्टर में नए वित्तीय प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन कर रहा है। इसमें विशेष रूप से ई-रुपी पर फोकस रखा गया है। इसके लिए पब्लिक टेक प्लेटफॉर्म का भी प्रदर्शन हो रहा है। इतना ही नहीं सभी मेहमानों को किसान क्रेडिट कार्ड और डेयरी लोन के आसान लोन अप्रूवल से रूबरू करवाया जा रहा है। बात करें विदेशी मेहमानों के पेमेंट मेथड की तो सभी विदेशी मेहमानों को भारत में बिना खाते के भी यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस यानी यूपीआई के जरिए पेमेंट करने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

पेमेंट सिस्टम
यूपीआई वन वर्ल्ड विदेशी यात्रियों के लिए डिज़ाइन किया गया यूपीआई है। यह उन विदेशी यात्रियों के लिए मददगार होगा जिनका भारत में अकाउंट नहीं है। इसकी मदद से विदेशी नागरिक भारत में रहने के दौरान आसानी से और सुरक्षित भुगतान कर पाएंग। इसके लिए यूपीआई से जुड़ा प्रीपेड भुगतान उपकरण खोला जा सकता है। सभी विदेशी प्रतिनिधियों को यूपीआई वन वर्ल्ड से जोड़ा गया है। इसके लिए पहले उन्हें 2000 रुपये जमा करने होंगे। जिसका वह अपनी मर्जी से इस्तेमाल कर पाएंगे।


मिलेट से बनी व्यनजनों पर खासा ध्यान
विदेशी मेहमानों को इस बार भारत में मिलेट से बनी चीजें भी खिलाई जाएंगी. इनमें रागी इडली, लैम्ब विथ मिलेट सूप, मुर्ग बादाम और चौलाई कोरमा, नरगिसी कोफ्ता के साथ साथ मेहमानों को मिलेट खीर भी खिलाई जाएगी। पीएम मोदी ने मिलेट को दुनियाभर में काफी प्रमोट किया है।इसे भारत ने श्री अन्न नाम दिया है।पीएम मोदी कई बार इस अनाज के फायदे बता चुके हैं और लोगों से अपील कर चुके हैं कि लोग अपने खाने में मोटे अनाज का इस्तेमाल करें।

जी20 शिखर सम्मेलन से कई नई पहल की हुई शुरुआत : अमिताभ कांत
भारत सरकार द्वारा गठित नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने भारत में जी 20 शिखर सम्मेलन के बारे में बात करते हुए कहा, इस सम्मेलन में 29 विशेष आमंत्रित देशों और 11 अंतराष्ट्रीय संस्थाओं ने हिस्सा लिया है। हमने इस अवसर का उपयोग करते हुए बैठकों को भारत के 60 शहरों और केंद्र शासित प्रदेशों में आयोजित की।भारत की जी20 की अध्यक्षता में कई नई पहल हुई हैं। इस दौरान कई उपलब्धियां भी हासिल की गई हैं। इन सबके बीच भारत दुनिया की अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं के नेताओं के शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयार है।अमिताभ कांत ने कहा कि भारत ने विकास को गति देने के लिए डिजिटल लोक बुनियादी ढांचे का एक अनूठा मॉडल तैयार किया। जी20 शिखर सम्मेलन का घोषणापत्र वैश्विक दक्षिण और विकासशील देशों की आवाज होगा। जी20 से जुड़ी 220 से अधिक बैठकें देश भर के 60 नगरों में आयोजित की गईं, जिससे भारत की विविधता और संघीय ढांचा की झलक प्रदर्शित होती है। नई दिल्ली घोषणापत्र लगभग तैयार है। शिखर सम्मेलन के दौरान नेताओं को इसकी सिफारिश की जाएगी। अमिताभ कांत ने कहा कि भारत ने महसूस किया कि हमें अपनी अध्यक्षता ‘वसुधैव कुटुंबकम- दुनिया एक परिवार है’ की थीम के साथ शुरू करनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की अध्यक्षता समावेशी, निर्णायक और महत्वाकांक्षी होनी चाहिए। हम अपनी अध्यक्षता के दौरान समावेशी, महत्वाकांक्षी और बहुत निर्णायक होने के उनके दृष्टिकोण पर खरे उतरे हैं।

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