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‘बंटेंगे तो कटेंगे कहने वाले अब खुद बांट रहे सौगात-ए-मोदी किट’, उद्धव ठाकरे ने BJP पर कसा तंज

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार के नए कैंपेन ‘सौगात-ए-मोदी’ पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि अब उसे आधिकारिक रूप से ऐलान कर देना चाहिए कि उसने हिंदुत्व छोड़ दिया है। ठाकरे ने कहा पहले कहते थे ‘बंटेंगे तो.

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नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार के नए कैंपेन ‘सौगात-ए-मोदी’ पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि अब उसे आधिकारिक रूप से ऐलान कर देना चाहिए कि उसने हिंदुत्व छोड़ दिया है। ठाकरे ने कहा पहले कहते थे ‘बंटेंगे तो कटेंगे’, अब वे खुद इसे बांट रहे हैं।

उद्धव ठाकरे का BJP पर हमला
उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी अब उन लोगों को सौगात बांट रही है, जिनके घर बुलडोजर से गिरा दिए गए और जो सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए। उन्होंने कहा, “होली के समय जो लोग मुसलमानों पर तंज कस रहे थे, वे अब चुनाव के समय पूरन पोली बांटते दिख रहे हैं। क्या यह सौगात सिर्फ बिहार चुनाव तक ही सीमित है या आगे भी जारी रहेगी?”

‘सत्ता जिहाद’ पर भी उठाए सवाल
ठाकरे ने बीजेपी पर ‘सत्ता जिहाद’ करने का आरोप लगाया और कहा कि यह ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान सिर्फ बिहार विधानसभा चुनाव के लिए है। उन्होंने कहा, “बीजेपी हमें हिंदुत्व छोड़ने का आरोप लगाती थी, लेकिन अब वही पार्टी सत्ता पाने के लिए लोगों में किट बांट रही है। 32,000 कार्यकर्ता इस ‘सौगात-ए-मोदी’ को घर-घर बांटने जा रहे हैं। जो लोग पहले कहते थे ‘बंटेंगे तो कटेंगे’, अब वे खुद इसे बांट रहे हैं। देखते हैं कि अब ये टोपी पहनकर कैसे ये सौगात बांटते फिरते हैं।”

क्या है ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान?
केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान के तहत अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को खाने-पीने का सामान और कपड़े दिए जा रहे हैं।
किट में ये चीजें शामिल हैं:
– सेवई, खजूर, ड्राई फ्रूट्स, दूध, चीनी
– पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामाऔर महिलाओं के लिए सूट का कपड़ा
– हर किट की कीमत 500 से 600 रुपये बताई जा रही है

‘सौगात-ए-मोदी’ पर सियासत तेज
‘सौगात-ए-मोदी’ को लेकर अब राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। विपक्ष इसे ‘सत्ता के लिए तुष्टिकरण’ बता रहा है, जबकि बीजेपी इसे त्योहारी उपहार कह रही है। बीजेपा का कहना है कि यह किट केवल एक समुदाय के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लोगों के लिए है। बिहार चुनाव के दौरान इस मुद्दे पर राजनीति और गरमाने की संभावना है।

 

 

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