Devendra Fadnavis : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने राज्य विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत में वृद्धि का श्रेय ‘‘सत्ता समर्थक लहर’’ और महायुति सरकार के प्रति मतदाताओं के ‘‘लगाव’’ को दिया। उन्होंने बृहस्पतिवार को कहा कि मतदान प्रतिशत में वृद्धि से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सत्तारूढ़ सहयोगी दलों को लाभ होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि महायुति गठबंधन राज्य में अगली सरकार बनाएगा।
बुधवार को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में करीब 65 प्रतिशत मतदान हुआ। निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि ये आंकड़े अस्थायी हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में 2019 के विधानसभा चुनाव में 61.74 प्रतिशत मतदान हुआ था। विधानसभा चुनावों में भाजपा नीत महायुति को सत्ता बरकरार रहने का भरोसा है, जबकि विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) को 2024 के लोकसभा चुनावों में अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखने की उम्मीद है।
नागपुर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने कहा, कि ‘महाराष्ट्र में मतदान प्रतिशत बढ़ा है और जब भी ऐसा होता है, तो यह भाजपा और गठबंधन दलों के पक्ष में होता है। हमें उम्मीद है कि इससे हमें फायदा होगा और हम सरकार बनाएंगे।’’ मतदान में वृद्धि के पीछे संभावित कारणों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, कि ‘मुझे लगता है कि सत्ता के पक्ष में लहर और मतदाताओं में सरकार के प्रति लगाव की भावना के कारण मतदान प्रतिशत में वृद्धि हुई है।’’ उन्होंने कहा कि इस बात को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि महिला मतदाताओं के मतदान में वृद्धि संभवत ‘लाडकी बहिन’ योजना के कारण हुई है।
जब उनसे पूछा गया कि अधिकतर ‘एग्जिट पोल’ में महाराष्ट्र में भाजपा नीत गठबंधन की जीत का पूर्वानुमान जताया गया है, जबकि कुछ में विपक्षी गठबंधन एमवीए को बढ़त की बात कही गई है, तो फडणवीस ने कहा कि ‘एग्जिट पोल’ के विषय पर पार्टी के प्रवक्ता बात करते हैं, नेता नहीं।
मुख्यमंत्री पद के बारे में पूछे गए सवाल पर भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि महायुति के तीनों घटक दल भाजपा, एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) इस मामले पर एक साथ चर्चा करेंगे और उचित निर्णय लेंगे। अमेरिकी अभियोजकों द्वारा उद्योगपति गौतम अदाणी पर रिश्वतखोरी के आरोप लगाए जाने के बाद उन्हें गिरफ्तार करने संबंधी कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मांग पर फडणवीस ने कहा कि गांधी रोज बोलते हैं और इसमें कुछ भी बड़ा नहीं है।