Shivraj Singh Chouhan : केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मध्य प्रदेश से 76वें गणतंत्र दिवस के समारोह में आमंत्रित किसानों के साथ अपने नई दिल्ली आवास पर संवाद किया। उन्होंने मध्य प्रदेश से आये किसानों का आदर सत्कार कर उनके लिए भोज का आयोजन किया। उन्होंने संवाद के दौरान किसानों को मंत्रालय द्वारा उनके लिए किये जा रहे कार्यों व योजनाओं के बारे में बताया।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने कहा कि हमने पिछले 6-7 महीने में कई चीजें की हैं। हमारी प्राथमिकता खेती व किसानों को और आगे ले जाने की है। किसान अकेले मेहनत नहीं करता बल्कि पूरा परिवार मेहनत करता है। कई बार हम मौसम पर निर्भर रहते हैं। हमारी फसल भी खराब होती है। हमारी कोशिश यही होती है कि खेती को कैसे और आसान बनाएं। उन्होंने बताया कि हमने पिछले दिनों तय किया कि तुअर, मसूर, उड़द पूरी MSP पर खरीदी जाएगी। सोयाबीन के दाम कम होने पर विदेश से सस्ता तेल आता था। हमने 20% आयात शुल्क लगाया जिससे विदेश से आयात होने वाला तेल महंगा हो सके।
केंद्रीय मंत्री चौहान ने बताया कि बासमती के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध हमने हटाया और कोशिश जारी है कि कैसे ठीक दाम आगे मिल पायें। उन्होंने कहा कि हमारी चीज सस्ती बिकती है लेकिन दिल्ली में आकर महंगी हो जाती है। खेत से उपभोक्ता के अंतर को कम करने के लिए कोशिश कर रहे हैं। ट्रांसपोर्ट में आने वाले खर्च को आधा केंद्र और आधा राज्य सरकार दे दें, इस पर विचार हो रहा है। नीतिगत परिवर्तन से खेती को बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं हर हफ्ते फसल का भाव देखता हूँ, किस फसल का क्या भाव है, कैसे ठीक किया जा सकता है? इसके लिए मैं प्रत्येक सोमवार को समीक्षा करता हूँ। उन्होंने बताया कि किसानों को खाद में सब्सिडी मिलती है, उसमें 2 लाख करोड़ रुपये खर्च होते हैं। यूरिया की प्रत्येक बोरी 265 रुपये में मिलती है लेकिन वो बोरी 2400 रुपए में आती है। इस पर दी जाने वाली सब्सिडी कंपनी के खाते में जाती है। हम कोशिश करेंगे कि विश्वस्त तंत्र बन जाए जिससे सब्सिडी सीधे किसान के खातों में ही डाली जाये।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग 60 हजार करोड़ रुपये की पीएम किसान सम्मान निधि देते हैं 2 लाख करोड़ रुपये और चले जायें तो बैंक बैलेंस और बढ़ जाएगा। ड्रिप, पोलीहाउस, ग्रीन हाउस की सब्सिडी में भी खेल हो जाता है। ऐसी व्यवस्था बनाने की भी कोशिश कर रहे हैं कि सब्सिडी किसान के खाते में मिल जाये और पैसा उसी चीज के लिए दिया जाये जिसके लिए वह आवंटित किया गया है। उन्होंने किसानों से कहा कि पीएम आवास के नए मकान का सर्वे भी हो रहा है। आप सभी अपने – अपने गांव में लोगों को जागरूक करें। अपने गाँव में सर्वे ठीक से कराने में मदद करें जिससे ग़रीबों के लिए मकान ठीक से बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं विदिशा आया था तो 8 लाख मकान वहां दिये थे। अब जितने भी गरीब हैं वो अपने मोबाइल से ही खुद का सर्वे कर सकते हैं। कई बार दूसरे लोग गड़बड़ी कर देते थे लेकिन अब खुद ही सर्वे कर सकते हैं। हम ऐसे कई तरीके अपना रहे हैं जिससे बेईमानी न हो। साथ ही, उन्होंने कहा कि लखपति दीदी का काम भी मेरे पास है, उनको भी अब लखपति से आगे करोड़पति बनाना है। अपने गांव की ग़रीब महिलाओं को आजीविका मिशन से जोड़ें।