नई दिल्ली : नोएडा ट्रैफिक पुलिस अब उन कमर्शियल वाहनों पर कड़ी कार्रवाई करने जा रही है जो खराब हो चुके हैं और एक्सप्रेसवे पर दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। यदि नोएडा एक्सप्रेसवे पर कोई कमर्शियल वाहन खराब होता है, तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। इस कदम का मकसद यह है कि वाहन मालिक अपनी गाड़ियों को सही स्थिति में रखें ताकि एक्सप्रेसवे पर यातायात की समस्या न हो। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…
कितना होगा जुर्माना?
आपको बता दें कि नोएडा ट्रैफिक पुलिस के अनुसार, अगर एक्सप्रेसवे पर कोई गाड़ी खराब होती है और वह यातायात में रुकावट डालती है, तो उस पर 20 हजार रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। पुलिस ने यह भी कहा है कि यातायात के बहाव में रुकावट डालने वाले वाणिज्यिक वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मोटर वाहन अधिनियम के तहत जुर्माना
दरअसल, नोएडा ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, यदि किसी वाहन के टायर में पंचर जैसी अप्रत्याशित समस्या होती है, और वह यातायात में रुकावट पैदा करता है, तो उसे न्यूनतम 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जा सकता है। यह जुर्माना मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 201 के तहत लगाया जाएगा।
कहां लगता है सबसे ज्यादा जाम?
पुलिस उपायुक्त (यातायात) लखन सिंह यादव के अनुसार, इस नए नियम का उद्देश्य कमर्शियल वाहन मालिकों को जागरूक करना है ताकि वे अपने वाहनों का सही तरीके से ध्यान रखें और एक्सप्रेसवे पर जाम की समस्या को रोका जा सके। नोएडा एक्सप्रेसवे पर करीब 8 से 10 लाख वाहन रोजाना गुजरते हैं। इसके अलावा, डीएनडी फ्लाईओवर, चिल्ला बॉर्डर, प्रेरणा स्थल जैसे इलाके जाम के प्रमुख हॉटस्पॉट हैं, जहां यातायात की समस्याएं ज्यादा देखने को मिलती हैं। ये इलाके विशेष रूप से व्यावसायिक वाहनों जैसे बसों, ट्रकों, डीसीएम, और ओवरलोड वाहनों के कारण जाम का सामना करते हैं।
एक सप्ताह में जब्त किए गए वाहन
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में खराब हुए 22 वाहनों को जब्त किया गया है। इन वाहनों का हाइवे पर खराब होना यातायात की स्थिति को और जटिल बना रहा था। इसके अलावा, 210 वाहनों का चालान भी काटा गया है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
नोएडा ट्रैफिक पुलिस के इस कदम को स्थानीय लोग सकारात्मक रूप से देख रहे हैं। उनका मानना है कि इससे एक्सप्रेसवे पर यातायात की समस्या कम होगी और दुर्घटनाओं का खतरा भी घटेगा। हालांकि, कुछ लोग यह भी मानते हैं कि अगर वाहन का टायर पंचर हो जाए, तो उस पर जुर्माना लगाना उचित नहीं होगा। यह कदम इस उद्देश्य से उठाया गया है कि एक्सप्रेसवे पर यातायात में रुकावट न हो और वाहन मालिक अपनी गाड़ियों का ध्यान रखें। हालांकि, जुर्माने के संदर्भ में कुछ मतभेद हो सकते हैं, लेकिन पुलिस का यह कदम एक ओर पहलू से सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।