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देश की बेटी को नहीं बचा सकी सरकार, अब Dubai में मिलेगी फांसी… जानिए क्या है पूरा मामला

नेशनल डेस्क : 2021 में एक गंभीर मानव तस्करी का मामला सामने आया, जिसमें एक युवती को बेहतर जीवन का वादा करके अबू धाबी भेजा गया, लेकिन वहां उसका शोषण किया गया। इस मामले ने ना केवल मानव तस्करी की गंभीरता को उजागर किया, बल्कि भारतीय नागरिकों के विदेशों में हो रहे दुर्व्यवहार को भी.

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नेशनल डेस्क : 2021 में एक गंभीर मानव तस्करी का मामला सामने आया, जिसमें एक युवती को बेहतर जीवन का वादा करके अबू धाबी भेजा गया, लेकिन वहां उसका शोषण किया गया। इस मामले ने ना केवल मानव तस्करी की गंभीरता को उजागर किया, बल्कि भारतीय नागरिकों के विदेशों में हो रहे दुर्व्यवहार को भी सामने लाया। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…

फेसबुक के जरिए प्रेम जाल में फंसाया

आपको बता दें कि शहजादी, जो उत्तर प्रदेश के बांदा के मटौंध थाना क्षेत्र की निवासी हैं, को 2021 में एक व्यक्ति उजैर ने बेहतर जीवन का वादा करके आगरा से अबू धाबी भेजा। लेकिन वहां उसे एक दंपति को बेच दिया गया। यह दंपति शहजादी से अपने बच्चे की देखभाल कराता था। दरअसल, आगरा निवासी उजैर ने शहजादी को पहले फेसबुक के माध्यम से अपने प्रेम जाल में फंसाया। उसने शहजादी से कहा कि वह उसे विदेश भेजकर उसका इलाज करवाएगा। लेकिन इसके बाद उसने शहजादी से उसकी सारीमती और धन छीन लिया, जिसमें उसके गहने, दिव्यांग कार्ड, एटीएम कार्ड और बैंक में जमा पैसा शामिल था।

शहजादी का शोषण और बेचने का मामला

शहजादी के साथ धोखा करते हुए, उजैर ने उसे दुबई में रह रहे एक दंपति फैज और नादिया के पास बेच दिया। इस दंपति ने शहजादी से अपने बेटे की देखभाल करवाई और उसे घरेलू नौकर की तरह काम करने को कहा। शहजादी इस कठिन परिस्थिति में खुद को असहाय महसूस कर रही थी, लेकिन कोई रास्ता न था। एक दिन, शहजादी के देखरेख में रहने वाले बच्चे की तबीयत अचानक खराब हो गई और उसकी मौत हो गई। इसके बाद फैज और नादिया ने शहजादी पर ही हत्या का आरोप मढ़ दिया। हालांकि शहजादी ने यह दावा किया था कि उसे कोई दोष नहीं है, फिर भी दुबई की अदालत ने उसे दोषी ठहराया और फांसी की सजा सुनाई।

बांदा में शहजादी के परिवार का रोना

शहजादी के फांसी की सजा की खबर ने उसके परिवार को हिला दिया। बांदा जिले के उसके माता-पिता अब रो-रो कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी बेटी को बचाने की गुहार लगाई थी । वे चाहते थे कि किसी भी तरह शहजादी को न्याय मिले और उसे इस दुखद स्थिति से उबारने का उपाय किया जाए। पर शहजादी को कोई भी राहत नहीं दी गई। वहीं आज शनिवारो को दुबई में उसे फांसी दी जानी है।

पिता ने सरकार से लगाई गुहार

अपनी बेटी को बचाने के लिए शहजादी के पिता, शब्बीर खान, अपनी बेटी को बचाने के लिए काफी कोशिशें कीं। उन्होंने जिला प्रशासन, राज्य सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी बेटी को बचाने की गुहार लगाई लेकिन कोई मदद नहीं मिली। वे अपनी बेटी की सुरक्षित वापसी के लिए लगातार संघर्ष करते रहे, लेकिन अफसोस की बात यह रही कि प्रशासन से उन्हें कोई खास मदद नहीं मिली।

मुकदमा और कानूनी कार्रवाई

इस मामले में, शहजादी के पिता की शिकायत पर, बांदा सीजेएम कोर्ट के आदेश पर आगरा के दंपति और उजैर के खिलाफ मानव तस्करी का मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मामला न केवल मानव तस्करी का है, बल्कि भारतीय नागरिकों के विदेशों में हो रहे शोषण और दुर्दशा को भी उजागर करता है। वहीं जब फांसी देने से पहले आखिरी बार शहजादी को अपने परिवार से बात करने के लिए मौका दिया गया तो शहजादी ने बातचीत के दौरान अपने माता-पिता से कहा कि विरोधियों के खिलाफ दायर की गई मुकदमा को वे वापस ले लें। दरअसल, शहजादी के साथ हुई यह घटना मानव तस्करी और विदेशों में भारतीय नागरिकों के उत्पीड़न के गंभीर पहलुओं को दर्शाती है। यह मामले को लेकर जागरूकता फैलाने और भारतीय नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने की आवश्यकता को और अधिक स्पष्ट करती है।

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