चंडीगढ़ : लुधियाना के ग्यासपुरा क्षेत्र में गैस के बहाव से 11 लोगों की हुई मौत के मामले में लुधियाना की डिप्टी कमिश्नर सुरभि मलिक ने राजस्व विभाग के वित्तायुक्त के.ए.पी. सिन्हा को 2 पन्नों की रिपोर्ट वीरवार को सौंप दी। रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि यह हादसा किसी फैक्टरी की गैस लीक होने से नहीं, बल्कि सीवरेज की जहरीली गैस लीक होने से हुआ है। सीवरेज में कार्बन मोनोऑक्साइड गैस की अधिकता के चलते यह गैस किसी टॉयलेट के जरिए लीक हो गई। इसके चलते लोगों का दम घुटने से मौत हो गई। यह हादसा इतना दर्दनाक था कि एक 8 माह के बच्चे को अपने माता-पिता को खोना पड़ा है।
सूत्रों का कहना है कि डी.सी. रिपोर्ट में कहा है कि जांच में सामने आया कि हवा में कार्बन मोनोऑक्साइड व हाइड्रो सल्फाइड की भारी मात्रा पाई गई थी। गैस रिसाव के मामले में शुरू से ही क्यास लगाए जा रहे थे कि यह गैस सीवरेज से लीक हुई है। लेकिन अब डी.सी. की रिपोर्ट में इस पर मोहर लगा दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सीवरेज के जरिये कार्बन मोनोऑक्साइड व हाइड्रो सल्फाइड गैस फैल गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह क्षेत्र हवादार नहीं था। रिपोर्ट में कहा गया कि विशेषज्ञ समिति ने एच 2 इसमें नार्मल पाया है। सीवरेज की गैस में कार्बन मोनोआक्साइड व हाइड्रोजन सल्फाइड पाए गए हैं। डी.सी. ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि विशेष माहिरों से इस हादसे की जांच करवाई गई है, जिसके आधार पर यह रिपोर्ट पंजाब सरकार को भेजी गई है। इसके अलावा नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की टीम भी अलग तौर पर इस हादसे की जांच करेगी, जिससे और भी तथ्य सामने आएंगे।