नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियाँ तेज हो चुकी हैं। सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी चुनावी रणनीतियाँ बनानी शुरू कर दी हैं और उम्मीदवारों की सूची भी जारी करना शुरू कर दिया है। बता दें कि दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटें हैं, जिनके लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने सभी सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। वहीं, कांग्रेस ने 47 सीटों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की है। इसके अलावा, अजित पवार की एनसीपी (NCP) ने भी 11 सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है। हालांकि, भाजपा ने अब तक अपने उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है, लेकिन खबरें आ रही हैं कि भाजपा जल्द ही अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर सकती है।
#WATCH | दिल्ली | AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, “भाजपा बेईमानी से चुनाव लड़कर किसी भी तरह से चुनाव जीतना चाहती है… लेकिन, दिल्ली की जनता ऐसा नहीं होने देगी। हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में उन्होंने जो हथकंडे अपनाए थे – हम उन्हें उस हथकंडे का… pic.twitter.com/HL48C08J8g
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 29, 2024
भाजपा पर बेईमानी से चुनाव जीतने का आरोप
इसी बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि भाजपा चुनावी लड़ाई में बेईमानी से काम लेकर चुनाव जीतने की कोशिश करती है। उनका कहना था कि भाजपा चुनावों में जो भी हथकंडे अपनाती है, वह गलत होते हैं और इनका उद्देश्य केवल सत्ता प्राप्ति होता है। केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि दिल्ली की जनता इसका विरोध करेगी और भाजपा को इस तरह के तरीकों से चुनाव जीतने नहीं देगी। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा ने हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में बेईमानी से काम लिया था। उनका कहना था कि भाजपा ने इन चुनावों में गलत तरीके अपनाए थे, जिससे चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे थे। अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी (AAP) इसे दिल्ली में नहीं होने देगी।
दिल्ली की जनता पर विश्वास
अरविंद केजरीवाल ने इस बात पर जोर दिया कि दिल्ली की जनता जागरूक है और उसे भाजपा के चुनावी हथकंडों से बचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों का विश्वास उनके साथ है और वे किसी भी गलत तरीके से चुनाव जीतने नहीं देंगे। केजरीवाल ने भाजपा के खिलाफ ये बयान तब दिए जब दिल्ली में आगामी चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। AAP और भाजपा के बीच यह बयानबाजी इस चुनावी दौरे का एक हिस्सा है, जिसमें दोनों पार्टियां अपनी-अपनी रणनीतियों पर चर्चा कर रही हैं।