नए साल पर होने जा रहे बड़े बदलाव, सीधा लोगों की जेब पर पड़ेगा असर

नई दिल्ली: नया साल शुरू होने में अब कुछ घंटों की गिनती बची है, लेकिन यही वह समय है, जिसमें आपको अपने अधूरे काम निपटाने होंगे। कारण कि नए साल के पहले दिन से कई नए बदलाव होने जा रहे हैं।

ऐसे में आपको इन बदलावों के बारे में पहले से जानकारी होना जरूरी है। ये बदलाव सीधे आपकी जेब पर असर डालेंगे। इनमें बैंक लॉकर से लेकर आईटी रिटर्न तक कई चीजें शामिल हैं। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक लॉकर एग्रीमैंट को रिवाइज किया है।

ग्राहकों को 31 दिसंबर तक इस पर निर्णय लेना है, अगर लॉकर होल्डर ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो लॉकर फ्रीज कर दिए जाएंगे। अभी तक वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए अपना आईटीआरएस दाखिल नहीं किया है, तो आखिरी मौका 31 दिसंबर तक ही है। देर से दाखिल करने पर जुर्माना 5,000 रुपए देने होंगे।

5 लाख रुपए से कम आय होने पर यह राशि 1,000 रुपए की होगी। मुद्रास्फीति के दबाव और कमोडिटी की कीमतों में बढ़ौतरी के कारण मारुति सुजुकी, हुंडई, मर्सिडीज और ऑडी समेत कई ऑटोमोटिव दिग्गजों ने 1 जनवरी से अपनी कारों की कीमतों में बढ़ौतरी की घोषणा की है। यानी, आप कार खरीदने की सोच रहे हैं तो यही समय है।

डीमैट में नॉमिनी:
ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग या म्यूचुअल फंड के माध्यम से निवेश करने वालों के लिए यहां कुछ राहत है। सेबी ने डीमैट और म्युचअल फंड खाताधारकों के लिए नॉमिनी अपडेट करने की समय सीमा अगले साल 30 जून तक बढ़ा दी है। इससे पहले, किसी लाभार्थी को नामांकित करने या घोषणा पत्र जमा करके इससे बाहर निकलने की समय सीमा 31 दिसंबर 2023 थी।

यूपीआईडी का इस्तेमाल:
नैशनल पेमैंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के नवंबर के एक आदेश के अनुसार, बैंक, गूगल पे, पेटीएम आदि वैसे ग्राहकों की यूपीआईडी को हटा देंगे, जिन्होंने एक साल या उससे अधिक समय से इसके जरिए कोई लेनदेन नहीं किया है। आपके साथ भी ऐसा है तो 31 दिसंबर तक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

पीपीएफ पर बढ़ेगा ब्याज मार्च 2020 से पीपीएफ पर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। अगले साल आम चुनाव होने हैं, जिसे देखते हुए सरकार ब्याज दर में बढ़ौतरी की घोषणा कर सकती है। अभी यह 7.1% है, हालांकि इस दौरान सिटीजंस सेविंग्स स्कीम, नैशनल सेविंग्स सर्टीफिकेट और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी दूसरी छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में तेजी आई है।

नए सिम कार्ड के लिए डिजीटल केवाईसी:
टैलीकॉम डिपार्टमैंट 1 जनवरी से सिम कार्ड के लिए कागज आधारित केवाईसी को खत्म करने वाला है। यानी, इसके बाद ग्राहकों को नए सिम कार्ड खरीदने के लिए कागजी फॉर्म भरने की जरूरत नहीं होगी। नया सिम कार्ड पाने के लिए जनवरी से आधार के जरिए डिजीटल केवाईसी की प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।

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