नई दिल्ली: ईवीएम विवाद को लेकर सियासत गर्मा गई है। टेक उद्योगपति एलन मस्क के इस पर सवाल उठाने के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानबाजियों का दौर जारी है। एलन मस्क की ओर से ईवीएम हैक की आशंका जताई जाने के बाद जेडीयू नेता केसी त्यागी ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि कल चुनाव आयोग ने इस पर विस्तार से प्रकाश डाला है।
पूर्व आईटी मंत्री ने भी कहा है कि ईवीएम को किस भी तरीके से हैक नहीं किया जा सकता। एलन मस्क का बयान गीता या कुरान का वक्तव्य नहीं है। उन्होंने कहा, चुनाव आयोग के साथ-साथ हम भी इसे खारिज करते हैं। यह चुनाव निष्पक्ष हुए हैं। अभी तक इस पर किसी ने उंगली नहीं उठाई है। लेकिन एलन मस्क के वक्तव्य के बाद इस चुनाव को सवालों के घेरे में लाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष की यह आदत बन गई है, पराजय के बाद इस तरीके के वक्तव्य देने की। मुझे 1971 का वाकया याद है। जब इंदिरा गांधी को 300 प्लस सीटें आई थीं। तब जनसंघ के बलराज मधोक ने वक्तव्य दिया था कि यह बेईमानी की जीत है। सारे मतपत्रों में गड़बड़ी हुई है। रूस से मंगवाई गई स्याही इस्तेमाल की गई है। त्यागी ने कहा, चुनाव सभी निष्पक्ष होते हैं, इसमें हमें कोई शक नहीं है।
लोकसभा स्पीकर के चुनाव में जेडीयू की भूमिका पर उन्होंने कहा कि जिस तरीके की परंपरा संसदीय राजनीति में रही है, उसी के तहत यह पद पार्टी का पद नहीं है। सदन के अंदर स्पीकर लोकतंत्र का सबसे सम्मानित प्रतिनिधि होता है। बहुत बेहतर स्थिति हो, अगर यह चुनाव निष्पक्ष तरीके से हो। अगर स्पीकर का चुनाव निष्पक्ष तरीके से नहीं होता है तो हम सर्वसम्मति से भाजपा द्वारा तय किए गए किसी भी उम्मीदवार का समर्थन करेंगे।