खाद्य सुरक्षा के लिए चावल, मोटे अनाज पर ध्यान केंद्रित करेंगे भारत-ASEAN

  जकार्ता : चावल के बारे में सूचनाओं के आदान-प्रदान पर सहमति जताते और मोटे अनाजों के कई फायदों को स्वीकार करते वीरवार को आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में आपसी व्यापार और निवेश को बढ़ावा देकर खाद्य सुरक्षा और पोषण पर सहयोग को मजबूत करने का फैसला किया गया। दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के.

 

जकार्ता : चावल के बारे में सूचनाओं के आदान-प्रदान पर सहमति जताते और मोटे अनाजों के कई फायदों को स्वीकार करते वीरवार को आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में आपसी व्यापार और निवेश को बढ़ावा देकर खाद्य सुरक्षा और पोषण पर सहयोग को मजबूत करने का फैसला किया गया।

दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के सदस्य देशों और भारत ने संकट के जवाब में खाद्य सुरक्षा और पोषण को मजबूत करने पर आसियान-भारत संयुक्त नेताओं के वक्तव्य में विशेष रूप से चावल और अन्य प्राथमिकता वाली फसल वस्तुओं के लिए राष्ट्रीय नीति ढांचे पर जानकारी का आदान-प्रदान करने की घोषणा की।

चावल पूरे एशिया में अरबों लोगों के नियमित आहार का हिस्सा है। चुनौतियां कई हैं, जिनमें बदलती जलवायु परिस्थितियां, विशेष रूप से कम वर्षा के कारण चावल का उत्पादन कम होना और अन्य कारक शामिल हैं। इंडोनेशिया की राजधानी में 20वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 देशों के समूह को वृद्धि का केंद्र बताया।

5 सितंबर के बयान के माध्यम से, आसियान देशों ने अनुचित व्यापार बाधाओं, प्रतिबंधों और अन्य व्यापार-विकृत उपायों को लागू करने से परहेज करते हुए लॉजिस्टिक्स और परिवहन वितरण की सुविधा प्रदान करके ‘कृषि-खाद्य उत्पादों और आवश्यक कृषि आदानों का निर्बाध व्यापार और प्रवाह’ सुनिश्चित करने पर सहमति व्यक्त की थी।

- विज्ञापन -

Latest News