नई दिल्ली: भारत, जापान और फ्रांस ने शुक्रवार को श्रीलंका के लिए ऋण पुनर्गठन वार्ता प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ)- विश्व बैंक (डब्ल्यूबी) की वाशिंगटन में मीटिंग्स के दौरान श्रीलंकाई ऋण मुद्दों पर एक उच्च-स्तरीय कार्यक्रम में भाग लेते हुए भारत, जापान और फ्रांस द्वीप राष्ट्र के समन्वित ऋण पुनर्गठन का नेतृत्व करने के लिए सहमत हुए। इसका उद्देश्य श्रीलंका के साथ लेनदारों के बीच ऋण पुनर्गठन प्रक्रिया के संबंध में बहुपक्षीय सहयोग का प्रदर्शन करना था।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने श्रीलंका के मौजूदा आर्थिक संकट से निपटने में उसका समर्थन करने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऋण पुनर्गठन चर्र्चाओं में सभी लेनदारों के साथ व्यवहार में पारदर्शिता और समानता सुनिश्चित करने के लिए लेनदारों के बीच सहयोग महत्वपूर्ण है। बैठक में जापानी वित्त मंत्री सुजुकी शुनिची, फ्रांस के ट्रेजरी के महानिदेशक इमैनुएल मौलिन और श्रीलंका के राज्य के वित्त मंत्री शेहान सेमासिंघे उपस्थित थे। इस आयोजन में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और वित्त मंत्री ने वर्चुअली हिस्सा लिया।