नई दिल्ली: केंद्र सरकार की कोशिश भारत को दुनिया का सैमीकंडक्टर हब बनाना है। भविष्य में सैमीकंडक्टर की बढ़ती हुई भूमिका को देखते हुए वैश्विक और घरेलू कंपनियों द्वारा बड़े स्तर पर इस सैक्टर में निवेश किया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से देश में अब तक 6 सैमीकंडक्टर प्लांट्स को मंजूरी दी जा चुकी है।
इन 6 सैमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में अलग-अलग कंपनियों द्वारा करीब 2.36 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है। टाटा इलैक्ट्रॉनिक्स सैमीकंडक्टर प्लांट : टाटा इलैक्ट्रॉनिक्स की ओर से असम के मोरीगांव के जगीरोड में एक ग्रीनफील्ड सैमीकंडक्टर असैंबली और टै¨स्टग सुविधा स्थापित की जा रही है। यह उत्तर पूर्व में लगने वाला पहला सैमीकंडक्टर प्लांट है। इस प्लांट में करीब 27,000 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।