फिच ने कहा कि बढ़ती मांग और लागत दबाव कम होने से अगले वित्त वर्ष में कंपनियों के मार्जिन में बढ़ौतरी होनी चाहिए। रेटिंग एजैंसी के मुताबिक, मजबूत घरेलू मांग के साथ उम्मीद है कि भारत वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान 6.5 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था होगा।