सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी पहली बार 33 प्रतिशत से नीचे आई 

मुंबई: सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों का उद्योग के प्रीमियम में हिस्सा पहली बार एक-तिहाई से कम होकर 32.5 प्रतिशत रह गया है। साधारण बीमा परिषद के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में बड़ी निजी गैर-जीवन बीमा कंपनियों ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों.

मुंबई: सार्वजनिक क्षेत्र की साधारण बीमा कंपनियों का उद्योग के प्रीमियम में हिस्सा पहली बार एक-तिहाई से कम होकर 32.5 प्रतिशत रह गया है। साधारण बीमा परिषद के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में बड़ी निजी गैर-जीवन बीमा कंपनियों ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों की प्रीमियम आय एक प्रतिशत की गिरावट के साथ 34,203 करोड़ रुपये रह गई है।इसके चलते उनकी बाजार हिस्सेदारी 33.4 प्रतिशत से घटकर 32.5 प्रतिशत रह गई है। पिछले साल की समान अवधि में उनकी प्रीमियम आय 37,100 करोड़ रुपये थी।
वहीं, स्वास्थ्य खंड में एकल स्वास्थ्य बीमा कंपनियों की बाजार हिस्सेदारी भी  दहाई के अंक में आते हुए 10.4 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में 9.2 प्रतिशत थी।हालांकि, खंडवार आंकड़ा अ•ाी जारी नहीं हुआ है लेकिन एकल स्वास्थ्य बीमा कंपनियों का प्रदर्शन बेहतर हुआ है।साधारण बीमा परिषद के आंकड़ों के अनुसार, गैर-जीवन बीमा खंड वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में 11.7 प्रतिशत वृद्धि के साथ 1.14 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष के समान समय में 1.02 लाख करोड़ रुपये था।देश में 26 साधारण बीमा कंपनियां हैं, जिनमें से छह का स्वामित्व केंद्र सरकार के पास है।
सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनियों में नेशनल इंश्योरेंस कंपनी, न्यू इंडिया एश्योरेंस, ओरिएंटल इंश्योरेंस, यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस के साथ-साथ एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी आॅफ इंडिया और ईसीजीसी (एक्सपोर्ट क्रेडिट गारंटी कॉर्पोरेशन) जैसी विशेष कंपनियां हैं।इनके अलावा बीमा उद्योग में पांच एकल स्वास्थ्य बीमा कंपनियां- आदित्य बिड़ला हेल्थ इंश्योरेंस, केयर हेल्थ इंश्योरेंस (पूर्व में रेलिगेयर हेल्थ इंश्योरेंस), मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी, निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस और स्टार हेल्थ एंड अलायड इंश्योरेंस हैं।
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