नई दिल्ली: देश की सबसे बड़ी जलविद्युत कंपनी एनएचपीसी लि. के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक राज कुमार चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि कंपनी बिहार में 1,000 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने के लिए 5,500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी।
कंपनी ने यहां वैश्विक निवेशक सम्मेलन ‘बिहार बिजनेस कनेक्ट’ 2024 में निवेश के लिए राज्य सरकार के साथ एक समझौता ज्ञपन पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने कहा, ‘‘हमने 1,000 मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना स्थापित करने में 5,500 करोड़ रुपये का निवेश करने का प्रस्ताव दिया है।
यह परियोजना भूमि अधिग्रहण की तारीख से डेढ़ से दो साल के भीतर लगाए जाने की उम्मीद है।’चौधरी कहा, ‘‘सौर परियोजनाओं के लिए जमीन महत्वपूर्ण है। और हम राज्य सरकार से भूमि अधिग्रहण की सुविधा देने का अनुरोध करेंगे ताकि हम समय पर परियोजना को पूरा कर सकें।’
चौधरी ने कहा कि एनएचपीसी एक छोटा सौर संयंत्र स्थापित करने का भी प्रस्ताव कर रही है। इससे प्राप्त बिजली का उपयोग हरित हाइड्रोजन बनाने में किया जाएगा। इस हरित हाइड्रोजन का उपयोग यात्री बसों को चलाने में किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हरित ऊर्जा के इस्तेमाल से पानी को विभाजित कर उत्पादित होने वाला हरित हाइड्रोजन स्वच्छ ऊर्जा का सबसे अच्छा स्नेत है, क्योंकि इसे जलाने पर कोई कार्बन नहीं बनता है। उन्होंने कहा कि हरित हाइड्रोजन से चलने वाली बस का वित्तपोषण एनएचपीसी करेगी।
स्वच्छ ऊर्जा स्नेतों को बढ़ावा देने की सरकार की पहल के तहत इसे चलाने के लिए राज्य सरकार को दिया जाएगा। एनएचपीसी गुजरात और अन्य राज्यों में इसी तरह की परियोजनाओं पर काम कर रही है। चौधरी ने कहा, ‘‘सरकार चाहती है कि हरित हाइड्रोजन को ईंधन के रूप में बढ़ावा दिया जाए और हमारी यह योजना उसी के अनुरूप है।