संगठित डेयरी उद्योग का राजस्व चालू वित्त वर्ष में 14-16 प्रतिशत बढ़ेगा : रिपोर्ट 

मुंबई: मूल्यर्विधत उत्पादों की मजबूत मांग और दूध की स्थिर खपत से वित्त वर्ष 2023-24 में संगठित डेयरी उद्योग के राजस्व में 14-16 प्रतिशत की वृद्धि होगी। एक रिपोर्ट में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई है।क्रिसिल रेटिंग ने रिपोर्ट में कहा कि कच्चे दूध की आपूíत में सुधार के साथ कीमतों में बढ़ोतरी कम.

मुंबई: मूल्यर्विधत उत्पादों की मजबूत मांग और दूध की स्थिर खपत से वित्त वर्ष 2023-24 में संगठित डेयरी उद्योग के राजस्व में 14-16 प्रतिशत की वृद्धि होगी। एक रिपोर्ट में बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी गई है।क्रिसिल रेटिंग ने रिपोर्ट में कहा कि कच्चे दूध की आपूíत में सुधार के साथ कीमतों में बढ़ोतरी कम रहेगी और लाभप्रदता में 0.2 से 0.5 प्रतिशत का सुधार होगा।
क्रिसिल रेटिंग के वरिष्ठ निदेशक मोहित मखीजा ने कहा, हमारा मानना है कि पिछले कुछ वर्षों में वीएपी (मूल्य र्विधत उत्पाद) में देखी गई मजबूत राजस्व वृद्धि आगे जारी रहेगी। इस वित्त वर्ष में इस खंड में 18-20 प्रतिशत की वृद्धि होनी चाहिए और परिणामस्वरूप कुल राजस्व में मूल्य र्विधत उत्पाद (वीएपी) की हिस्सेदारी पिछले चार वित्त वर्षों के 35 प्रतिशत से बढक़र 40 प्रतिशत हो सकती है।’’ उन्होंने कहा कि यह देखते हुए कि खुदरा और संस्थागत दोनों क्षेत्रों से मांग मजबूत बनी हुई है, वीएपी की हिस्सेदारी में वृद्धि जारी रहेगी और दूसरी ओर स्थिर मांग के कारण चालू वित्त वर्ष में दूध का राजस्व 8-10 प्रतिशत बढ़ेगा। इसके अलावा, रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले वित्त वर्ष में कच्चे दूध की आपूíत में व्यवधान के कारण खुदरा दूध की कीमतों में कई बार बढ़ोतरी हुई, जिससे राजस्व 19 प्रतिशत बढ़ गया, लेकिन संगठित डेयरी क्षेत्र की लाभप्रदता पर असर पड़ा।
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