सिद्ध शक्तिपीठ चामुंडा नन्दीकेश्वर धाम प्राचीनकाल से ही योगियों, साधकों के लिए एकांत, शांत एवं प्राकृतिक शोभा से युक्त स्थान है। शिव और शक्ति का पावन स्थल चामुंडा नन्दीकेश्वर धाम चामुण्डा के रूप में मंत्र विद्या और सिद्धि का वरदायनी क्षेत्र माना गया है, जहां भगवान आशुतोष शिवशंकर-मृत्यु, विनाश और शवहारी विसर्जन रूप लिए, साक्षात.
अंक 1 परिवार खासतौर पर बच्चों के साथ खाली समय का मज़ा लें। अगर आप जुए या सट्टेबाज़ी से बचेंगे तो अपनी आर्थिक स्थिति को संतुलित कर सकते हैं। दिमाग में जो है उसे दूसरों से शेयर करें। अंक 2 दादा या दादा जी जैसा कोई व्यक्ति अभी आपके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह.
मेष आज का दिन आपके लिए भाग्य के दृष्टिकोण से उत्तम रहने वाला है। आपको पुण्य कार्य का पूरा लाभ मिलेगा और व्यापार में बढ़ोतरी होने से आज आपको खुशी होगी। आप अपने कामों में आत्मविश्वास से आगे बढ़ेंगे। आपको यदि कोई शारीरिक कष्ट चल रहा था, तो वह भी आप आज दूर होगा। आप.
सावन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि समाप्त – 2 अगस्त देर रात 12:00 बजे तक नक्षत्र – उत्तराषाढ़ा शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त- 04 बजकर 22 मिनट से 05 बजकर 06 मिनट तक विजय मुहूर्त- 02 बजकर 28 मिनट से 03 बजकर 19 मिनट तक गोधूलि मुहूर्त- 06 बजकर 46 मिनट से 07 बजकर.
चंडीगढ़ में आज गौरी शंकर सेवादल गौशाला मंदिर में शिवलिंग पर फलों का सिंगार किया गया । यह पावन पवित्र श्रावण मास के उपलक्ष्य में किया गया । इस उपलक्ष्य में गौरीशंकर सेवादल के सदस्य सुमित शर्मा एवं विनोद कुमार जी ने बताया कि श्रावण मास भगवान शंकर का सबसे प्रिय मास कहा गया है.
अंक 1 आप अभी रचनात्मक और आध्यात्मिक रूप उत्साहित हैं। संगीत या फैशन के माध्यम से स्वयं को व्यक्त करने के लिए उत्सुक हैं। भौतिक सम्पतियां आपको आकर्षित कर सकती है। अंक 2 अनावश्यक वित्तीय जोखिमों से बचें। परिवार, बच्चों या बुजुर्गों के साथ अच्छा समय बिताये। पार्टनर के साथ रोमांटिक समय यादगार रहेगा। अंक.
मेष दिन आपके लिए सामान्य रहने वाला है। आपका कोई पुराना मित्र आपसे लंबे समय बाद मुलाकात करने आ सकता है, जिनकी प्रतीक्षा आप लंबे समय से कर रहे थे। आप अपनी माताजी के लिए कोई उपहार लेकर आ सकते हैं। आपको व्यवसाय में लाभ तो रुक-रुक कर होगा, लेकिन फिर भी आप अपनी आर्थिक.
सावन अधिक मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि समाप्त- सुबह 07 बजकर 26 मिनट पर विष्कम्भ योग समाप्त- 31 जुलाई रात्रि 11 बजकर 05 मिनट तक प्रीति योग प्रारंभ- 31 जुलाई रात्रि 11 बजकर 05 मिनट से पूर्वाषाढ नक्षत्र- 31 जुलाई शाम 06 बजकर 58 मिनट तक शुभ समय ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04 बजकर.
रागु धनासिरी महला ३ घरु ४ ੴ सतिगुर प्रसादि ॥ हम भीखक भेखारी तेरे तू निज पति है दाता ॥ होहु दैआल नामु देहु मंगत जन कंउ सदा रहउ रंगि राता ॥१॥ हंउ बलिहारै जाउ साचे तेरे नाम विटहु ॥ करण कारण सभना का एको अवरु न दूजा कोई ॥१॥ रहाउ ॥ बहुते फेर पए.