नई दिल्ली : अपनी मांगों को लेकर पिछले कई महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं किसानों ने ऐलान किया है कि वे अब 6 दिसंबर को पैदल ही दिल्ली जाएंगे। सभी किसान सुबह 9 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक पैदल यात्रा करेंगे और वहीं पर अपना रात गुजारेंगे। बता दें कि किसान आंदोलन 2.0 को शुरू हुए 9 माह से भी ज्यादा हो चुका है। दिल्ली कूच के लिए किसानों ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। चंडीगढ़ में 1 दिसंबर 2024, रविवार को हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेताओं ने इसका किया खुलासा। उन्होंने कहा की हरियाणा के कृषि मंत्री ने बयान दिया था किसानों को जाना है वह पैदल जाएं। इसी तरह से केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत बिट्टू ने भी इसी बात को दोहराई है। पंढेर ने कहा कि दोनों नेता अपनी बात पर कायम रहे। सरवण सिंह पंढेर ने कहा कि 6 दिसंबर को पैदल ही दिल्ली के लिए रवाना होंगे सभी किसान। जहां पर रात होगी, किसान वहीं पर ही अपना डेरा डालेंगे। सुबह होते ही फिर से सभी किसान दिल्ली की ओर चलना शुरू कर देंगे।
रास्ते में कोई दिक्कत नहीं होगी
हरियाणा के कई मंत्रियों और केंद्रीय राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू का बयान आया है कि अगर किसान पैदल जाते है तो उन्हें रास्ते में कोई दिक्कत नहीं होगी। ऐसे में हम आशा करते हैं कि मंत्री लोग अपने बयानों पर कायम रहेंगे। पंढेर ने कहा कि हम पैदल कूच करेंगे। हमारी जरूरतों को पूरा करेंगे और अपने साथ जरूरी सामान लेकर जाएंगे हरियाणा के किसान। जग्गी सिटी अंबाला में डालेंगे पहला पड़ाव। इसके बाद मोहड़ा मंडी, खानपुर जट्टां के और पीपली में किसानों का जत्था पहुंचेगा।
अंबाला के जग्गी गांव में होगा पहला चरण
सभी किसान रोजाना सुबह 9 से लेकर शाम 5 बजे तक ही पैदल चलेंगे। किसानों का पहला चरण अंबाला के जग्गी गांव में होगा। पंढेर ने उम्मीद जताई कि हरियाणा सरकार भी किसानों की पूरी मदद करेगी। पंढेर ने कहा कि अगर सरकार हमें रोकती है या तशददत करती है तो लोगों को पता चल जाएगा कि सरकार ने रोका है। 4 दिसंबर को भी शंभू बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पूरी जानकारी दी जाएगी कि कितने जत्थे जाएंगे।