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domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init
action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /var/www/dainiksaveratimescom/wp-includes/functions.php on line 6114धर्म:- हमारे हिन्दू धर्म में भोग का विशेष महत्व है। खुद खाने से पहले भगवान को भोग लगाया जाता है। कहते है कि जब घर में देवी-देवता विराजमान होते हैं तो उनकी पूजा अर्चना के साथ साथ भोग लगाना भी जरूरी है। लेकिन क्या अपने कभी ये सोचा है कि भोग लगाए खाने को कितनी देर सामने रखना चाहिए या दिन में कितनी बार भोग लगाना चाहिए।
तो चलिए जानते है की देवी देवता के समक्ष भोग को कितनी देर रस्खना है और उन्हें कितनी बार भोग लगाना है। वैसे अगर शास्त्रों के अनुसार माने तो कहा जाता है कि देवी देवताओं को दिन में चार बार भोग जरूर लगाना चाहिए। घर जो खाना बनाया जाता है उसे शुद्ध तरीके से बना कर भोग के रूप में भगवान को अर्पित करना चाहिए।
भगवान के सामने कितनी देर रखें भोग
जिस प्रकार हमे खाने में 5, 10 या 15 मिनट लगता है। ऐसे में जब आप भगवन को भोग लगाते हैं तो उनके सामने लगाए हुए भोग को कभी भी तुरंत न हटाए और ही उसे जयादा देर तक सामने रखे। भोग को आप 10-15 मिनट बाद उनके सामने से हटा लें। क्युकी जिस तरह हमे खाने में उसी तरिके से भोग ग्रहण करने में इतना ही समय लगता है।
तो भकतो को10 या 15 मिनट बाद भोग को हटाकर उसे वितरित कर देना चाहिए। दरअसल भोग बांटने का नियम यह कहता है कि आप जितने ज्यादा लोगों को भगवान के भोग को वितरित करते हैं उतना ही ज्यादा फल आपको मिलता है। भोग लगाए कहने को बिल्कुल शुद्धता के साथ बनाया होना चाहिए।
इतना की नहीं भक्तो को भोग लगते समय इस मंत्र ‘त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये. गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर’ का जाप करना चाहिए। भोग लगाने के लिए भगवान को चांदी, तांबे, पीतल, सोने या मिट्टी से बने पात्र में भोग रखकर अर्पित करें। यह धातुएं शुद्ध मानें जाते है। आप एल्यूमिनियम, लोहा, स्टील, प्लास्टिक या कांच के बर्तन में भोग लगाने की गलती बिल्कुल भी ना करें।