आनन्दमूर्ति गुरू मां जम्मू में पहुंच रही है व अपने इस जम्मू दौरे के दौरान वे जम्मूवासियों को अपने प्रवचनों से निहाल करेंगी। उनके प्रवचनों का कार्यक्रम 6 से लेकर 8 अक्तूबर तक चलेगा जबकि ये कार्यक्रम जम्मू विश्वविद्यालय के जोरावर सिंह सभागार में आयोजित किया जा रहा है। 6 से लेकर 8 तक रोजाना 4.00 बजे से लेकर 6.00 बजे तक प्रवचनों का कार्यक्रम होगा जबकि इन प्रवचनों को सुनने के जिए जम्मूवासियों को सपरिवार आमंत्रित किया गया है जबकि सभागार में एंट्री फ्री रखी गई है। बताते चले कि आनंदमूर्ति गुरु मां एक गुरु है, जो लोगों को दिशा दिखाती है जीवन को जीने के लिए।
ये लोगों को अंधेरे से निकलना, अज्ञानता को बुद्धि योग्य बनाने में मदद कर रही है। इनकी शिक्षा से लोगों के कई प्रकार के दु:ख दूर हो चुके है। इनके भक्त (शिष्य) न केवल भारत में है बल्किबाहर के देशों में भी है। इन्होंने लोगों को सिखाया की कैसे हम समाजिक जीवनशैली से ऊपर उठके खुद को ध्यान की ओर केंद्रित कर सकते है। इन्होने अभी तक कई विषयों में लोगों को दिशा दी है। इन्होंने अभी तक मन, ध्यान, भावनाओं, स्वास्थ्य, भुलक्कड़, वास्तविकता, ईश्वर आदि कई चीजों को लेके अपने विचार लोगों तक पहुचायें है जिससे लोगों का जीवन काफी सरल बनता जा रहा है।
इन्होने अभी तक 100 से अधिक कविता लिखी हैं वो भी संगीत के साथ। एक दिन इन्होंने पूरी तरह से ध्यान लगाया और साथ महीने बाद जब इन्होंने ध्यान छोड़ा तो ये अपने शहर आयी और उसके बाद ये ऋ षिकेश चली गयी और लम्बे समय के लिए वाहन भी ध्यान लगाई। इन्होंने अपनी कम उम्र (लगभग 14 वर्ष की आयु में) अपने को भगवान के चरणों में समर्पित कर दिया और धार्मिक उपदेश देना शुरू कर दिया। ये अपने उपदेशों के दौरान सतसंग भी कराती है।। ये योग, आयुर्वेद आदि को सपोर्ट करती हैं और अपने आश्रम में प्रोग्राम भी कराती है।
इन्होंने स्वास्थ के ऊपर कई किताबें भी लिखी है और उन्होंने महिलाओं के लिए शक्ति नाम का मिशन भी चलाया है जिसमे ये उन महिलाओं और लड़कियों के लिए काम करती है जिन्हे शिक्षा की जरूरत है और साथ ही महिला सशक्तिकरण के लिए भी काम कर रही है। उन्होंने योग निद्रा नामक योग की रचना की जो लोगों की थकान, परेशानियां आदि दूर करता है। इन्हें ग्रंथो की भी अच्छी जानकारी है। ये रोजाना योग क्लास का प्रबंध करती है और पूरे विश्व में कहीं न कहीं इनकी वर्कशॉप भी चलाई जाती है योग की।